..और जब योगीजी ने प्रभारी मंत्री को ऐसा करने से मना किया, नहीं लिया स्मृति चिन्ह

 

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज जब चंदौली जिले के मेडितल कालेज के शिलान्यास समारोह में मंच पर मौजूद सारे चंदौली जिले के स्थानीय जनप्रतिनिधियों से सम्मान स्वरूप शॉल और अंगवस्त्र स्वीकार कर रहे थे.. लेकिन बीच में कुछ ऐसा हो गया जिसकी वजह से उन्होंने चंदौली जिले के प्रभारी मंत्री रमाशंकर सिंह पटेल का अंगवस्त्र और मोमेंटो स्वीकार नहीं किया। ऐसा होने पर मंच के आसपास मौजूद सारे लोग थोड़े असहज हो और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का इशारा जानकर सारे लोग किनारे हो गए।

इस बात को लेकर लोगों में तरह तरह की चर्चा भी शुरू हो गयी थी और लोगों को पहले तो यह समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐसा किस कारण से किया। यह भी हर किसी की जानने की इच्छा होगी। हम आपको बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चंदौली जिले में अपने निर्धारित समय से आने के बाद यह चाहते थे कि वहां चल रहे सारे काम निर्धारित समय के भीतर हो जाएं, ताकि वह समय से जिले से वापस हो सकें। इसलिए वह कार्यक्रम के बीच में कोई ऐसा हस्तक्षेप या बात नहीं चाहते थे, जिसकी वजह से कार्यक्रम में अनावश्यक देरी हो और उन्हें देर से जाना पड़े। 

शायद इसीलिए उन्होंने जिले के प्रभारी मंत्री रमाशंकर पटेल के द्वारा दिए जा रहे अंगवस्त्र और मोमेंटो को वापस करा दिया। हालांकि कार्यक्रम समाप्त होने के बाद जब उन्होंने सारे जनप्रतिनिधियों के स्मृति चिन्ह स्वीकार किए तब उन्होंने चंदौली के प्रभारी मंत्री रमाशंकर पटेल को भी पास बुलवाकर उनके द्वारा दिया जा रहा अंगवस्त्र और स्मृति चिन्ह भी स्वीकार किया है।