खत्म नहीं हुआ है नौगढ़ से डायरिया का प्रकोप, इस गांव में एक दर्जन पीड़ित

चंदौली जिले के नौगढ़ इलाके के कुछ गांवों में डायरिया का प्रकोप दिखने लगा है। कुछ गांवों में एक दो मरीज तो एक गांव में कई मरीज दिखायी दे रहे हैं।
 

नौगढ़ में डायरिया का प्रकोप
एक दर्जन लोग डायरिया से पीड़ित
लिए जा रहे है सैंपल
खोजा जा रहा है डायरिया फैलने का कारण


 

चंदौली जिले के नौगढ़ इलाके के कुछ गांवों में डायरिया का प्रकोप दिखने लगा है। कुछ गांवों में एक दो मरीज तो एक गांव में कई मरीज दिखायी दे रहे हैं। क्षेत्र के मलेवरिया गांव में चार दिन पूर्व डायरिया फैलने के बाद भी हालत में सुधार न होने पर ग्रामीणों में हड़कंप है। 

कहा जा रहा है कि बीमारी फैलते रहने की सूचना मिलने के बाद मंगलवार को गांव में पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मरीजों व ग्रामीणों के बीच दवाइयां बांटी। गांव में एक दर्जन से अधिक लोगों के डायरिया की चपेट में आने की बात बतायी। 

कहा जा रहा है कि इस गांव के लोग कुआं और हैंडपंप के अलावा पारंपरिक स्रोतों से भी पानी पीने का काम करते हैं। हैंडपंप व कुओं का दूषित पानी पीने के कारण गांव के लोग डायरिया की चपेट में आते जा रहे हैं। डायरिया पीड़ित लोग उल्टी व दस्त से पीड़ित हैं। गांव वालों की सूचना पर पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मरीजों व उनके परिवार के लोगों का उपचार कर दवाइयां बांटने का काम किया है। साथ ही गांव में पहुंची पंचायती राज विभाग के सदस्यों की टीम ने गांव की गलियों व कुओं में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कर पानी का नमूना भी जांच के लिए ले लिया है। अब जांच के बाद ही रोग फैलने के असली कारणों का पता लगाने में जुट गए हैं। 

सीएचसी अधीक्षक डॉ. अवधेश पटेल ने कहा कि डायरिया से पीड़ित परिवार के लोगों का उपचार किया गया है। लोगों को पानी हमेशा उबालकर पीने, खाना खाने से पहले हाथ अच्छी तरह से धोने और बासी भोजन का सेवन कतई न करने की सलाह दी गई है। उन्हें बताया गया है कि खाना खाने से पहले देख लें कि खाना साफ तरीके से बना है या नहीं। 

बताया जा रहा है कि डायरिया की चपेट में आने वालों में कमली, बिंदा, भगवानी, बिंदु, अरविंद कुमार, संतोष कुमार, रामकिशोर, दीपू, कल्लू, विनोद कुमार जैसे लोग शामिल हैं।  कुछ मरीज प्राइवेट अस्पतालों में भी अपना इलाज करा रहे हैं।