चंदौली में नहीं होगी ओमिक्रोन संक्रमित मरीजों की जांच, बाहर जाएगा सैंपल
 

चंदौली जिले में कोरोना हर बार नए स्वरूप में सामने आ रहा है। ऐसे में प्रशासन की ओर से की गईं तैयारियां नाकाम साबित हो रही हैं।
 

चंदौली में नहीं होगी ओमिक्रोन जांच

ओमिक्रोन संक्रमित मरीजों का बाहर जाएगा सैंपल

चंदौली जिले में कोरोना हर बार नए स्वरूप में सामने आ रहा है। ऐसे में प्रशासन की ओर से की गईं तैयारियां नाकाम  साबित हो रही हैं। जिला अस्पताल में कोरोना की आरटीपीआर जांच के लिए लैब स्थापित किया गया है, लेकिन ओमिक्रोन संक्रमण में यह लैब काम नहीं आ रही है । इसी कारण मरीजों का सैंपल लेकर बाहर भेजा जाएगा।


बताते चलें कि कोरोना के सबसे खतरनाक वैरिएंट ओमिक्रोन ने दस्तक दे दी है। मरीजों के मिलने का सिलसिला शुरू हो गया है। ऐसे में खतरा बढ़ता जा रहा है। शासन-प्रशासन ने कोरोना की संभावित तीसरी लहर के लिए जांच और इलाज की व्यवस्था मुकम्मल की है। जिला अस्पताल के एमसीएच (मातृ व शिशु विग) में अत्याधुनिक लैब बनाया गया है। यहां रोजाना लगभग 500 मरीजों की आरटीपीसीआर जांच होगी। 

https://youtu.be/1Kf1Ppqct9w


हालांकि ओमिक्रोन संक्रमित मरीजों की जांच यहां नहीं हो पाएगी। ऐसे में यदि किसी व्यक्ति की कोरोना की जांच रिपोर्ट पाजिटिव आई तो उसका सैंपल लेकर ओमिक्रोन जांच के लिए भेजना होगा। रिपोर्ट आने में समय लग सकता है। इससे सबसे तेज संक्रमण फैलाने वाले नए वैरिएंट से और अधिक लोगों के ग्रसित होने की आशंका प्रबल है।


ओमिक्रोन के संक्रमण को लेकर प्रशासन अलर्ट हो गया है। जिलाधिकारी ने प्रवासियों की स्क्रीनिग व सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने निगरानी समितियों को सक्रिय करने और आमजन से कोविड प्रोटोकाल का पालन करने पर जोर दिया है। उन्होंने संक्रमण रोकने के लिए पुलिस, प्रशासनिक और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की जिम्मेदारी व जवाबदेही तय की है। जिन इलाके में संक्रमण फैला, उस क्षेत्र के अफसरों की जवाबदेही होगी।


इस संबंध में सीएमओ डाक्टर वीपी द्विवेदी ने बताया कि जिला अस्पताल में स्थापित लैब में ओमिक्रोन जांच की सुविधा नहीं है। कोरोना संक्रमित मरीजों का सैंपल इसके लिए बाहर भेजा जाएगा। रिपोर्ट आने के बाद ही उनके अंदर ओमिक्रोन संक्रमण की पुष्टि होगी।

अगर आपके विवाह में हो रही है देरी तो जरूर पढ़े यह खबर, जानिए कारण और उसे दूर करने के उपाय