जमीन पर बैठकर बुजुर्गों को प्रणाम, फिर थमाए कंबल; नौगढ़ में दिखा डीएम चंद्र मोहन गर्ग का सेवा भाव
जमसोती गांव में 250 बनवासियों को वितरित किए गए कंबल
डीएम चंद्र मोहन गर्ग ने बुजुर्गों का हाथ जोड़कर किया अभिवादन
प्रशासनिक अधिकारियों को 'प्रैक्टिकल' तरीके से सिखाई सेवा की परिभाषा
योजनाओं के क्रियान्वयन में खानापूर्ति न करने की सख्त चेतावनी
चंदौली जिले के दुर्गम इलाके नौगढ़ में प्रशासन का एक ऐसा चेहरा सामने आया, जिसने आम जनता का दिल जीत लिया। तहसील नौगढ़ के अंतर्गत लौवारी कला पंचायत के जमसोती गांव में आयोजित एक कार्यक्रम में जिलाधिकारी चंद्र मोहन गर्ग ने न केवल 250 बनवासियों को कंबल वितरित किए, बल्कि प्रशासनिक अधिकारियों के लिए व्यवहार और कार्यशैली की एक नई लकीर भी खींच दी।
तहसील नौगढ़ में पंचायत लौवारी कला के जमसोती गांव में कंबल वितरण करने आए डीएम चंद्र मोहन गर्ग का रवैया पारंपरिक प्रशासनिक औपचारिकताओं से अलग नजर आया। डीएम ने बुजुर्ग लाभार्थियों से बार-बार हाथ जोड़कर अभिवादन किया। मौजूद एसडीएम नौगढ़ विकास मित्तल, तहसीलदार अनुराग सिंह को प्रैक्टिकल तरीके से यह समझाया कि शासन की योजनाएं केवल वितरण की खानापूर्ति नहीं हैं।
कुर्सी का मोह छोड़ जमीन पर उतरे डीएम
अक्सर देखा जाता है कि बड़े अधिकारी सरकारी आयोजनों में औपचारिक दूरी बनाए रखते हैं, लेकिन जमसोती गांव में नजारा बिल्कुल उलट था। कंबल वितरण के दौरान डीएम चंद्र मोहन गर्ग ने पारंपरिक प्रशासनिक प्रोटोकॉल को किनारे रख दिया। जब बुजुर्ग लाभार्थी उनके पास पहुंचे, तो डीएम साहब ने हाथ जोड़कर उनका अभिवादन किया और सम्मानपूर्वक उन्हें कंबल भेंट किए। उनकी इस सादगी ने वहां मौजूद ग्रामीणों को चकित कर दिया।
अधिकारियों को 'प्रैक्टिकल' चेतावनी
वितरण के दौरान डीएम ने साथ मौजूद एसडीएम नौगढ़ विकास मित्तल और तहसीलदार अनुराग सिंह को स्पष्ट शब्दों में समझाया कि शासन की योजनाओं का उद्देश्य केवल वितरण की खानापूर्ति करना नहीं है। उन्होंने अधिकारियों को नसीहत देते हुए कहा कि सरकारी योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्ति तक पहुंचना ही असली सफलता है। उन्होंने चेतावनी दी कि फाइलों में काम दिखाने के बजाय अधिकारी जमीन पर उतरकर जनता की समस्याओं का समाधान करें।
बनवासियों की मुस्कान बनी प्राथमिकता
कड़ाके की ठंड को देखते हुए जमसोती गांव के 250 जरूरतमंदों को कंबल दिए गए। डीएम ने इस दौरान ग्रामीणों से उनकी अन्य समस्याओं के बारे में भी बात की। उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रशासन का काम केवल आदेश देना नहीं, बल्कि जनता का सेवक बनकर उनकी बाधाओं को दूर करना है। इस कार्यक्रम के बाद स्थानीय लोगों में प्रशासन के प्रति एक नया विश्वास और सकारात्मक संदेश गया है।
ढाई सौ वनवासी परिवारों तक पहुँची राहत
कंबल वितरण के दौरान वनवासी परिवारों के लगभग ढाई सौ लोगों को कंबल वितरित किए गए। यह वितरण ग्राम प्रधान यशवंत सिंह यादव के अधिकारियों के बीच जाकर फरियाद करने और उनके प्रयासों से संपन्न हुआ जिलाधिकारी ने कहा कि राहत सामग्री तभी सार्थक होती है, जब उसके साथ प्रशासन का भरोसा भी जुड़े।
दफ्तरों में फरियादी, मैदान में कलेक्टर
अक्सर देखा जाता है कि फरियादी दफ्तरों में आवेदन लेकर भटकते रहते हैं, लेकिन सुनवाई फाइलों तक सिमट जाती है। नौगढ़ में जिलाधिकारी का व्यवहार इस स्थापित कार्यशैली से बिल्कुल उलट नजर आया। उन्होंने जनता के बीच जाकर यह दिखाया कि प्रशासन केवल आदेश देने वाली व्यवस्था नहीं, बल्कि सुनने और समझने वाली जिम्मेदारी भी है।
जिलाधिकारी बोले-सिर्फ कंबल नहीं, संवाद भी जरूरी
कंबल वितरण के दौरान जिलाधिकारी ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि केवल कंबल बाँटकर फोटो खिंचवाना ही प्रशासनिक सफलता नहीं मानी जा सकती। लाभार्थियों से संवाद बनाए रखना, उनकी परिस्थितियों को समझना और सम्मानजनक व्यवहार करना प्रशासनिक कर्तव्य का अनिवार्य हिस्सा है।