आधार में त्रुटि से नहीं हो रही ई केवाईसी, परेशानी से जूझ रहे हैं कई राशन कार्डधारक

शासन की ओर से इन सभी की ई केवाईसी कराकर पहचान कराई जा रही है। यह कार्य विभाग कोटेदारों के जरिए लगभग तीन माह से करा रहा है।
 

ई-केवाईसी न कराने वालों का नवंबर से रुक सकता राशन

अक्टूबर का खाद्यान्न वितरण के बाद तेजी से यह कार्य कराएंगे सभी कोटेदार

यहां से करा सकते हैं ई-केवाईसी

चंदौली जिले में पात्र लाभार्थियों तक राशन पहुंचाने के लिए राशन कार्डधारक और उनके परिवार के सभी सदस्यों की ई केवाईसी जरूरी है। सख्त निर्देशों के बावजूद भी ई-केवाईसी नहीं हो पा रही। कारण, आधार में त्रुटि की वजह से लाभार्थी परेशान हैं। हालांकि अभी तक आठ लाख 30 हजार 870. सदस्यों ने अपनी जिम्मेदारी का निर्वाहन किया है। विभागीय अधिकारियों की मानें तो ई-केवाईसी न कराने वालों का राशन नवंबर से रुक सकता है।

आपको बता दें कि जनपद में कार्डधारक परिवारों की संख्या तीन लाख 52 हजार 405 हैं। इनमें 14 लाख 68 हजार 881 सदस्य हैं। सभी को खाद्यान्न दिया जाता है। शासन की ओर से इन सभी की ई केवाईसी कराकर पहचान कराई जा रही है। यह कार्य विभाग कोटेदारों के जरिए लगभग तीन माह से करा रहा है। अधिकांश लाभार्थियों के आधार में गड़बड़ी के कारण ई-केवाईसी में दिक्कत देखने को मिल रही है। जिसे ठीक कराने के लिए बच्चे और बुजुर्ग आधार सेंटरों पर नजर आ रहे हैं।

बताते चलें कि सख्त निर्देशों के बाद भी इन तीन महीनों में ई-केवाईसी कराने वालों की संख्या का 56.59 प्रतिशत है। इससे पूर्व जुलाई में 31.85 प्रतिशत सदस्यों ने ई-केवाईसी करा ली थी। विभाग ने सभी कोटेदारों को निर्देशित किया है कि अक्टूबर का खाद्यान्न वितरण के बाद अधिक से अधिक लोगों की ई केवाईसी का कार्य तेजी के साथ कराया जाए। लापरवाही बरतने वाले कोटेदारों पर कार्रवाई होगी।

 ई केवाईसी नहीं कराने वालों के नाम सूची से कभी भी हटाए जा सकते हैं। कोटेदारों की सुस्ती का परिणाम है कि ई-केवाईसी के सितंबर की रैंकिंग में जिला प्रदेश में 27 वें नंबर पर है, जबकि इससे पहले सातवें पायदान पर था।