आत्मनिर्भर बनने लगे हैं ग्रामीण :  खुद सड़क मरम्मत कर छठ पर्व मनाने की शुरू की तैयारी

बारिश के दिनों में सड़क पर पानी भरने से मार्ग पार करना मुश्किल हो जाता था। विशेषकर छठ महापर्व के समय इस मार्ग से व्रतधारी महिलाएं छठ घाट तक जाती हैं।
 

खराब रास्ता बनवाने में आनाकानी कर रहे थे जिम्मेदार लोग

फत्तेपुर खुर्द की मुख्य सड़क लंबे समय से थी खराब

डाला छठ के मौके पर ग्रामीण हुए सक्रिय

ग्रामीणों ने खुद गिट्टी और राबिस डालकर मरम्मत की

चंदौली जिले के सदर विकास खंड के फत्तेपुर खुर्द गांव की मुख्य सड़क लंबे समय से बदहाल स्थिति में पड़ी थी। जगह-जगह गड्ढों और खतरनाक उबड़-खाबड़ हिस्सों के कारण ग्रामीणों और यात्रियों को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।

डाला छठ के अवसर पर स्थानीय लोगों ने प्रशासन की उदासीनता को देखते हुए स्वयं पहल की और शनिवार को सड़क पर गिट्टी और राबिस डालकर मार्ग को समतल कराया। इस प्रयास में ग्रामीणों ने आपसी सहयोग से सड़क की मरम्मत कर श्रद्धालुओं और बच्चों के लिए सुरक्षित रास्ता सुनिश्चित किया।

ग्रामीणों का कहना है कि बारिश के दिनों में सड़क पर पानी भरने से मार्ग पार करना मुश्किल हो जाता था। विशेषकर छठ महापर्व के समय इस मार्ग से व्रतधारी महिलाएं छठ घाट तक जाती हैं। प्रशासन से कई बार शिकायत करने के बावजूद कोई स्थायी कार्रवाई नहीं हुई, जिससे लोगों ने खुद सड़क ठीक करने का बीड़ा उठाया।

ट्रैक्टर से राबिस मंगवाकर सड़क पर डलवाया गया। इस काम में राकेश यादव, रामदुलार यादव और अन्य ग्रामीण सक्रिय रूप से शामिल रहे। उन्होंने कहा कि छठ जैसे लोकआस्था के पर्व पर स्वच्छ और सुगम रास्ते का विशेष महत्व होता है, और समाज सेवा के इस प्रयास से गांव में एक मिसाल पेश हुई है।

ग्रामीणों ने प्रशासन से आग्रह किया है कि जल्द ही सड़क का स्थायी निर्माण कराकर भविष्य में ऐसी समस्याओं से छुटकारा दिलाया जाए। फिलहाल, इस सामूहिक प्रयास से गांववासियों और श्रद्धालुओं को आवागमन में राहत मिल गई है।

इस पहल को देखकर क्षेत्रवासियों ने भी ग्रामीणों की सराहना की है और कहा कि अगर सभी लोग इसी तरह एकजुट होकर कार्य करें तो स्थानीय समस्याओं का समाधान जल्दी संभव हो सकता है।