योगी सरकार की खिलाफत की योजना बना रहे कोटेदार, नहीं हो रही सुनवाई
योगी सरकार की खिलाफ योजना
कोटेदार की नहीं हो रही सुनवाई
चंदौली जिले की सकलडीहा तहसील के धानापुर इलाके के विभिन्न गांवों के सरकारी सस्ते गल्ले के दुकानदारों (कोटेदारों) ने एक बैठक करके अपनी मांगों को लेकर होने वाली हड़ताल में शामिल होकर इसे सफल बनाने की तैयारी कर रहे हैं। इनकी एक महत्वपूर्ण बैठक बुधवार को कस्बा स्थित बौरहवा बाबा मंदिर के परिसर में हुई। जिसमें कोटेदारों ने ऑल इंडिया फेयर प्राइज शॉप डीलर एसोसिएशन के आह्वान पर 20 व 21 नवम्बर को दो दिन होने वाली हड़ताल को सफल बनाने की रणनीति पर चर्चा करके योजना बनायी गयी।
इस मौके पर कोटेदार संघ के संरक्षक राजनरायन सिंह ने कहा कि प्रदेश की योगी सरकार राशन डीलरों के साथ सौतेला व्यवहार करने का काम रही है, जिससे कोटेदारों का उत्पीड़न बढ़ गया है। इसके विरोध में प्रदेश भर के कोटेदार इसी माह 20 व 21 नवंबर को हड़ताल पर रहेंगे। जिसका समर्थन करते हुए ब्लॉक के समस्त कोटेदार भी उक्त तिथि को वितरण कार्य ठप रखते हुए हड़ताल का समर्थन करेंगे।
उन्होंने कहा कि फेयर प्राइज शॉप डीलर्स के प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों के बार बार कमीशन बढ़ाने की मांगों को सरकार के द्वारा अभी तक नहीं अनसुना किया गया। सरकार के पांच वर्ष बीतने को आ गया है, बावजूद इसके अभी तक हम कोटेदारों का कमीशन नहीं बढ़ पाया। इस वजह से बीते कई वर्षों से 70 रुपया प्रति कुंतल की दर पर हमें कार्य करने को मजबूर किया जा रहा है। जबकि अन्य प्रदेशों में यह कमीशन कई गुना ज्यादा बढ़ गया है।
इस मौके पर संचालन का कार्य कर रहे अवधेश मिश्रा ने कहा कि कोरोना काल में हम सभी कोटेदार बन्धु अपनी और अपने परिवार के जान की परवाह किए बगैर ई पास मशीन पर अंगूठा लगा कर राशन वितरण किए। लेकिन सरकार के द्वारा हम लोगो के तारीफ में एक शब्द भी नहीं बोला गया कि कोटेदार जान की बाजी लगा कर वितरण का कार्य सम्पन्न किए। ना ही कोटेदारों को कोरोना वारियर्स का दर्जा मिला।
वहीं ब्लॉक अध्यक्ष सुभाष सिंह ने कहा कि अगर सरकार कोटेदारों की मांगों पर विचार नहीं करती है तो आगामी विधान सभा चुनाव में सरकार को कोटेदारों का कड़ा विरोध का सामना करना पड़ेगा। अस्सी हजार कोटेदार इस समय मात्र 70 रुपये कमीशन पर काम कर रहे हैं। इस भीषण महंगाई में परिवार चलाना मुश्किल हो गया है। इस दौरान कोटेदार सतीश सिंह, श्रवण जायसवाल, बाबूलाल, ओमप्रकाश, बिहारी शर्मा, सविता देवी, सुराही देवी, तेजनाराय सिंह, प्रसिद्ध नारायण सिंह आदि उपस्थित रहे।