आज भी कई इलाकों में धूम-धाम से मनाया गया मकर संक्रांति का पर्व
 

मकर संक्रांति का पर्व हिंदू धर्म के मुख्य पर्व में से एक है । ज्योतिष शास्त्रतय के अनुसार जब सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करता है तब मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है ।
 

मकर संक्रांति का पर्व हिंदू धर्म के मुख्य पर्व में से एक है । ज्योतिष शास्त्रतय के अनुसार जब सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करता है तब मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है । मकर संक्रांति का पर्व देश के विभिन्न राज्यों में अलग- अलग तरीके से मनाया जाता है देश के कई हिस्सों में मकर संक्रांति के पर्व को उत्तरायणी के रूप में भी मनाया जाता है। 


इसके पीछे का मुख्य कारण है कि इस दिन से ही सूर्य की गति उत्तरायण हो जाती है । मकर संक्रांति का पर्व कमालपुर क्षेत्र के इनायतपुर, हेतमपुर,बहेरीं, इकबालपुर ,बसाई ,कट सिल्वा, डोडिया, कादीराबाद इत्यादि गांवों में धूम -धाम से मनाया गया वही बच्चों ने सुबह नहा धोकर  तिलकुट ,चूड़ा, दही ढूंढा - ढूंढी खाकर पूरे दिन पतंगों की आतिशबाजी किए व चावल का गरीबों में दान किए पूरे दिन क्षेत्र में चहल - पहल का माहौल बना रहा ।


वहीं क्षेत्र के कुछ लोगों ने 15 तारीख को मकर संक्रांति पर्व मनाने का निश्चय किया । मकर संक्रांति के पर्व पर इनायतपुर शिव मंदिर पर हर वर्ष की भांति ग्रामीणों की सहयोग से शाम 4:00 बजे खिचड़ी बनवाकर ग्रामीणों व राहगीरों को प्रसाद के रूप में खिलाया गया । 


मंदिर पर कार्यकर्ता राहुल राजभरक्षेत्र पंचायत सदस्य ,हवलदार राजभर, मनोज राय ,महेंद्र गुप्ता,मराछू राजभर, अंगद गोड, गोबिंद गुप्ता, राजकुमार राय, भोदू राय, राजेंदर ,चंदन राय इत्यादि कार्यकर्ताओं ने गांव के लोगों को व राहगीरों को प्रसाद खिलाएं।