आज भी भगवान श्रीकृष्ण जैसे सारथी व मार्गदर्शक की जरूरत : मनोज सिंह डब्लू
 

चंदौली जिले के बसारिकपुर पोखरे पर शनिवार को गोवर्धन पूजा परम्परागत तरीके से हुई। इसमें गोवर्धन पूजा यज्ञ महोत्सव समिति की ओर से गोवर्धन यज्ञ व गोष्ठी का आयोजन किया गया।
 

बसारिकपुर पोखरे पर गोवर्धन पूजा

गोवर्धन यज्ञ व गोष्ठी का आयोजन

चंदौली जिले के बसारिकपुर पोखरे पर शनिवार को गोवर्धन पूजा परम्परागत तरीके से हुई। इसमें गोवर्धन पूजा यज्ञ महोत्सव समिति की ओर से श्री नारायण महायज्ञ, संत सम्मेलन के अलावा गोवर्धन यज्ञ व गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस दौरान सिद्धनाथ काशीदास बाबा की निगरानी में गोवर्धन पूजा कराई गई। इसके बाद गोष्ठी में वक्ताओं ने श्रीकृष्ण की लीलाओं और उपदेशों पर विस्तृत प्रकाश डाला। नेगुरा गांव स्थित मैनी कुटी से श्रीकृष्ण की मनोरम झांकी निकाली गई, जो क्षेत्र का भ्रमण करते हुए बसारिकपुर पोखरे पर पहुंचकर पूजनोत्सव में शामिल हो गई।

इस दौरान सपा राष्ट्रीय सचिव मनोज सिंह डब्लू ने कहा कि महाभारत में भगवान श्रीकृष्ण अर्जुन के सारथी की भूमिका में रहे और पूरे युद्धकाल के दौरान उन्होंने अर्जुन का मार्गदर्शन किया। उन्होंने बिना तीर-कमान उठाए ही कुरुक्षेत्र में पांडवों की जीत सुनिश्चित कर दी। आज के समय में भगवान श्रीकृष्ण जैसे सारथी की युवाओं को जरूरत है, जो उनका मार्गदर्शन करे, उन्हें सही दिशा दिखाए और उनकी सफलता व जीत को सुनिश्चित करने में अपनी महती भूमिका निभाए।

बसारिकपुर में गोवर्धन पूजा में शामिल मनोज सिंह w

सकलडीहा विधायक प्रभुनारायण सिंह यादव ने कहा कि गोवर्धन पूजा मानव के लिए मंगलकारी है। यह भगवान कृष्ण की लीलाओं का एक बहुत ही महत्वपूर्ण अंश है। सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज सिंह काका ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने हमेशा बुराइयों को दूर करने के लिए संघर्ष किया। गोवर्धन पूजा समाज की भलाई के लिए होती है। भगवान श्रीकृष्ण एक निष्काम कर्म योगी थे। उन्होंने कर्म पर विश्वास किया और सभी को इसी पर चलने के लिए प्रेरित किया। इसके पूर्व सिद्धनाथ काशी दास बाबा ने विधिवत मंत्रोच्चारण के साथ गोवर्धन पूजा को सम्पन्न कराया। वहीं लोकगीत गायक श्रीराम यादव व मोदी ने भगवान श्रीकृष्ण की जीवनी पर रौशनी डाली।

बसारिकपुर में गोवर्धन पूजा में शामिल मनोज सिंह w

इस अवसर पर हरिद्वार यादव, रामकेश सिंह यादव, रमेश यादव, गंगाराम यादव, बनवारी, रामअवतार, शंकर, डा. संजय यादव, कैलाश यादव, हरिदास यादव, राजनाथ सोनकर, मिठाई लाल यादव, दिनेश यादव, संजय सोनकर, जवाहर लाल यादव, चंद्रभानु यादव, शंकर राम यादव, गंगाराम यादव आदि उपस्थित रहे। संचालन राम अवतार यादव ने किया।