चंदौली पुलिस ने खोली मध्य प्रदेश पुलिस की आंख, आ गयी जांच करने वाली टीम
चंदौली पुलिस के गाड़ियों की चोरी व बिक्री के खेल के खुलासे के बाद अब मध्य प्रदेश की पुलिस भी मामले में जांच पड़ताल शुरू कर रही है। अब इस मामले में रविवार को मध्य प्रदेश की पुलिस टीम भी जनपद में पहुंच गई। पुलिस जांच की कार्रवाई में जुटी हुई है। वहीं आरटीओ कार्यालय क्राइम ब्रांच के निशाने पर है। संदेश के घेरे में कई कर्मी बताए गए हैं।
आपको याद होगा कि वाराणसी आरटीओ कार्यालय कर्मियों की मिलीभगत से फर्जी कागजात बनवाकर मध्य प्रदेश से चोरी की गई वाहनों की बिक्री करने वाले गिरोह का पुलिस टीम ने बीते शुक्रवार को पर्दाफाश किया था। टीम ने अंतर्राज्यीय वाहन चोरों के गिरोह के तीन सदस्यों को भी पकड़ा था। उनके निशानदेही पर 9 लग्जरी गाड़ियां बरामद की थी।
अन्तर्राज्यीय वाहन चारों का गिरोह मध्य प्रदेश में विभिन्न जिलों से लग्जरी चार पहिया वाहनों की चोरी कर फर्जी एनओसी व रजिस्ट्रेशन प्रपत्र बनाकर वाराणसी, चंदौली व बिहार ले जाकर बिक्री करता है। इसमें वाराणसी आरटीओ कार्यालय के संविदा कर्मियों की मिलीभगत भी सामने आयी।
इसपर जिले की स्वाट, सर्विलांस व सदर कोतवाली पुलिस टीम ने गिरोह के सदस्यों को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। गुरुवार की शाम गिरोह के तीन सदस्य कटसिला के पास पुलिस के चंगुल में फंस गए थे। उनके कब्जे व निशानदेही पर मध्य प्रदेश से चोरी की गई 9 लग्जरी वाहन बरामद किए गए थे। इसमें चोरी के आठ मारूति स्विफ्ट डिजायर, एक स्कार्पियो, दो लैपटाप, एक प्रिंटर, बायो मेट्रिक मशीन, एक मानिटर, तीन एटीएम कार्ड, 1200 रुपये नगद, चार मोबाइल फोन, 19 आधार कार्ड, 6 आधार कार्ड रंगी फोटो कापी, एक आधार कार्ड का ब्लैक प्रोफार्मा बरामद किया गया था।
अब इस मामले में पुलिस जांच की कार्रवाई में जुटी हुई है। रविवार को मध्य प्रदेश की पुलिस भी जिले में पहुंच गई है। इस संबंध में क्राइम ब्रांच प्रभारी राजीव कुमार सिंह ने बताया कि इस प्रकरण में जांच की कार्रवाई चल रही है। आरटीओ कार्यालय के कई संविदा कर्मी संदेह के घेरे में है। जो पैसे लेकर इस तरह के कारनामे को अंजाम देते हैं। इसमें विभागीय लोगों की साठगांठ होने की भी बात कही जा रही है।