साहब के कृपा पात्र लोग कर रहे हैं विभागों से धन उगाही, बिरादरी की बात है भाई
चंदौली जिले में आपको कोई भी गलत कार्य एवं धन उगाही करना है तो एक साहब के विशेष जाति का होना अनिवार्य है। क्योंकि इस समय साहब का ध्यान अपने जाति के लोगों के कार्यों की जांच पर नहीं है और उनके द्वारा गलत कार्य को बखूबी ढंग से सही करने की कला भी है ।
बताते चलें कि जिले में एक विशेष बिरादरी के लोगों की चर्चाएं बहुत चल रही है चाहे वह मनरेगा विभाग हो या पीडब्ल्यूडी या स्वास्थ्य विभाग इनमें इन जाति के लोगों द्वारा किए गए गलत कार्य को ही साहब द्वारा सही कार्य ठहरा दिया जा रहा है और इन विभाग के लोगों द्वारा अन्य विभागों में साहब के करीब बता कर वसूली भी बखूब की जा रही है । जो व्यक्ति वसूली का हिस्सा नहीं बन पा रहा है तो साहब को कुछ आगे पीछे का बताकर उनके खिलाफ छापेमारी कराई जा रही है और ऐसे व्यक्ति उस छापेमारी में भी बखूब दिखाई दे रहे हैं ।
उन्हें यह तक ज्ञान नहीं है कि उनकी भी नौकरी किसी अन्य विभाग में है और वह छापेमारी में इस समय साहब के साथ कंधा मिलाकर करने का कार्य कर रहे हैं। वही इस छापेमारी के बाद विभाग के अन्य लोगों को साहब के किए गए कारनामे की तारीफ कर रहे है ताकि विभाग से व्यापक पैमाने पर धन उगाही की जा सके । ऐसी स्थिति में यदि विभाग उन की नहीं सुनता है तो कभी भी इन लोगों को इग्नोर करने वाले व्यक्तियों पर गाज गिरना तय है ।
इस बिरादरी के लोगों से अन्य विभाग के लोग से तर्क कर रहे हैं या तो उन्हें बताए गए पैमाने में सेट हो जा रहे हैं क्योंकि यह भी कहा जाता है कि मेरा मंत्री वह डिप्टी सीएम से भी अच्छे ताल्लुकात हैं । अब ऐसी स्थिति में विभाग के लोग या तो नौकरी करें या तो उनके भ्रष्टाचार में सम्मिलित होकर भ्रष्टाचार का हिस्सा बने ।
अब देखना है कि जनपद के ऊपर के पद पर बैठे ऐसे अधिकारी इस मामले को किस नजरिए से देखते है और ऐसे कृत्य करने वाले अधिकारी बाबू वह इंजीनियर पर साहब की कृपा दृष्टि रहती है या उनके खिलाफ भी कोई कार्यवाही करने का कदम उठाया जाता है।