101 ईंट भट्ठे होंगे बंद, प्रदूषण बोर्ड ने जारी की नोटिस, ईट संचालकों मे मचा हड़कंप
 

 


चंदौली जिले में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मानकों पर खरा न उतरने वाले जिले के 101 ईंट भट्ठों पर कार्रवाई की तलवार लटक गई है। बोर्ड ने ईंट भट्ठा संचालकों को नोटिस भेजकर बंद करने का निर्देश दिया है। इसकी एक प्रति खनन विभाग को भी भेजी गई है। बोर्ड ने विभाग से अपेक्षा की है कि अपने स्तर से कार्रवाई करें। जांच में सभी ईंट भट्ठे मानक के विपरीत संचालित होते पाए गए। इस पर शिकंजा कस गया है। 


बताते चलें कि जिले में 200 से अधिक ईंट भट्ठों का संचालन होता है। आधे से अधिक ईंट भट्ठे मानक का पालन नहीं करते। निर्धारित से कम ऊंची चिमनियां लगाई हैं। वहीं ईंटों को पकाने के लिए ऐसे ईंधन का प्रयोग किया जाता है, जिससे खतरनाक गैस निकलती है। इन ईंट भट्ठों की चिमनियां जहर उगल रही हैं। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने ईंट भट्ठों के लिए मानक तय किया है। वहीं संचालकों को इसका पालन करने का निर्देश भी दिया था, लेकिन इस पर अमल नहीं किया गया। ऐसे ईंट भट्ठे वायु प्रदूषण फैलाने के प्रमुख स्त्रोत बन गए हैं। 


इस पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने सख्ती दिखाते हुए जांच कराई। जिले के 101 ईंट भट्ठे मानक के विपरीत संचालित होते पाए गए। इस पर सभी को बंद कराने का निर्णय लिया गया है। बोर्ड ने संचालकों को डाक के जरिए नोटिस भेजकर वायु प्रदूषण निवारण व नियंत्रण अधिनियम 1981 की धारा 31 एक के तहत सभी ईंट भट्ठों को बंद करने का निर्देश दिया है। सितंबर तक यदि खुद बंद नहीं किया तो विधिक कार्रवाई हो सकती है।


प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने आदेश की एक कापी खनन विभाग को भी भेजी है। विभागीय अधिकारियों से यह अपेक्षा की गई है कि अपने स्तर से जांच कर प्रदूषण नियंत्रण के मानकों का पालन न करने वाले ईंट भट्ठा संचालकों के खिलाफ कार्रवाई करें। पर्यावरण संरक्षण को लेकर निर्गत नियमों का हर हाल में पालन कराएं।


इस संबंध में खनन अधिकारी अरविद कुमार ने बताया कि प्रदूषण नियंत्रण के मानकों का पालन न करने वाले 101 ईंट भट्ठों को बंद करने के लिए बोर्ड ने संचालकों को नोटिस भेजी है। विभाग को भी आदेश की प्रति भेजी गई है। बोर्ड के निर्देशानुसार ईंट भट्ठों की जांचकर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।