कोरोना का दूसरा टीका नहीं लगवा रहे हैं लोग, जानिए जिले के खराब आंकड़ों की कहानी
स्वास्थ्य विभाग की टीम दूसरी डोज लगाने का कर रही प्रयास
नहीं मिल पा रही सफलता
86 फीसद लोगों ने नहीं लगवाई कोरोना की दूसरी डोज
चंदौली जिले में कोरोना के टीके के लिए पहले जिस तरह से मारामारी मची थी और बीमारी के खतरे को देखकर बाहर आने जाने वाले लोग व बाहर नौकरी करने वाले परिवारों में कोरोना का टीका लगवाने की होड़ मची थी, लेकिन जैसे जैसे बीमारी पर काबू पाया गया और धीरे धीरे खतरा कम होने लगा तो लोग टीका लगवाने से परहेज करने लगे हैं।
अब इसे जागरूकता का अभाव कहें या लोगों की लापरवाही लोग अब कोरोना के टीके से परहेज करने लगे हैं। जिले में तमाम जागरूकता कार्यक्रम और मेगा शिविरों के बाद भी लोग कोरोना टीका की दूसरी डोज लगवाने के प्रति लोग गंभीर नहीं दिख रहे हैं।
इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम अब घर-घर, गांव-गांव शिविर लगाकर दूसरी डोज लगाने का प्रयास कर रही है, लेकिन सभी टीमों को अपेक्षित सफलता नहीं मिल पा रही है। पहला टीका लगवाने वालों की संख्या 9 लाख 4 हजार 147 है, वहीं सेकेंड डोज केवल 1 लाख 86 हजार 383 लोग ही लगवा पाए हैं। इसका मतलब साफ है कि जिले में अभी 86 फीसद लोगों ने कोरोना की दूसरी डोज नहीं लगवाई है।
स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि जिले में इसके लिए अब तक 9346 सेशन चलाए जा चुके हैं। ऐसे में जिले को कोरोना मुक्त बनाने की सोच परवान चढ़ती नहीं नजर आ रही।
आपको बता दें कि जिले में फरवरी 21 से कोरोना टीकाकरण की शुरूआत हुई थी। पहले चक्र में लोग डरे सहमे थे, लेकिन जागरूकता कार्यक्रमों की बदौलत लोगों की अच्छी खासी संख्या टीका केंद्रों पर पहुंचने लगी। शुरूआत में जिले में 12 केंद्र ही खोले गए लेकिन लोगों की भीड़ को देखते हुए उप स्वास्थ्य और अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को भी सेंटर बना दिया गया। यानि 24 से 25 सेंटरों पर लगातार टीके लगने शुरू हो गए। टीका का मेगा प्लान वाले दिन 120 से 125 सेंटरों पर टीके लगाए गए।
सभी लोगों ने पहला टीका तो तेजी से लगवा लिया लेकिन दूसरा टीका लगवाने में लोगों ने उदासीनता बरतने लगे हैं। स्थिति यह कि अभी भी 86 फीसदी लोग टीका नहीं लगवाये हैं। सरकार के विभाग के आकड़े बताते हैं कि जिले में अब तक 10 लाख 90 हजार 530 लोगों को कोरोना टीका लग चुका है। इनमें प्रथम डोज वाले 9 लाख 4 हजार 147 हैं तो 18 वर्ष से ऊपर की आयु वालों की संख्या का 66.84 फीसदी है। वहीं दूसरी डोज लगवाने वाले लोग 1 लाख 86 हजार 383 हैं। जो प्रथम डोज की संख्या का 13.78 फीसदी है।