आखिर क्यों नहीं मनोज सिंह के साथ दिखे प्रभुनारायण विधायक व पूर्व सांसद रामकिशुन
चंदौली जिले में सपा नेताओं में दिखी दूरी
बदहाल सड़क के लिए पदयात्रा से पूर्व सांसद व विधायक ने काटी कन्नी
पार्टी में दिख रही है गुटबाजी या कोई और अंदरूनी कारण
चंदौली जिले में बदहाल सड़क के लिए पदयात्रा करने वाले मनोज कुमार सिंह डब्लू को समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेताओं का सपोर्ट नहीं मिला । इस मौके से स्थानीय समाजवादी पार्टी के विधायक प्रभु नारायण सिंह यादव और समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद रामकिशुन यादव ने कार्यक्रम से दूरी बनाए रखी।
इस बात को लेकर आज के कार्यक्रम में खूब चर्चा हुई, क्योंकि पदयात्रा का शुभारंभ सकलडीहा विधानसभा क्षेत्र से किया गया था और यह सकलडीहा विधानसभा की प्रमुख समस्या से जुड़ा हुआ था, जबकि यह पदयात्रा मुगलसराय विधानसभा में खत्म हुई, जो पूर्व सांसद रामकिशुन यादव का गढ़ माना जाता है।
इन दो बड़े नेताओं की पूरे कार्यक्रम से दूरी में एक अलग तरह की चर्चा को जन्म दिया. ऐसा माना जा रहा था कि मनोज कुमार सिंह डब्लू ने इस कार्यक्रम में इन नेताओं को कोई सूचना नहीं दी थी। यह अपने इस कार्यक्रम के आयोजन के बारे में उनसे कोई राय नहीं ली थी. इसीलिए ये दोनों बड़े नेता कार्यक्रम से दूरी बनाए रखें।
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समाजवादी पार्टी के नेता मनोज सिंह डब्लू जनहित के मुद्दे पर अपनी सक्रियता व मुखरता के लिए हमेशा सुर्खियों में रहते हैं। हाल-फिलहाल वह भाजपा के नौ साल चंदौली बदहाल अभियान को लेकर चर्चा में रहे। अभियान खत्म होते ही एक बार फिर से नए सिरे से जनहित के मुद्दों को उठाने में लगे पड़े है। चहनियां से उन्होंने पदयात्रा का आगाज किया। इस दौरान लोग तो जमा हुए, लेकिन सकलडीहा इलाके के समाजवादी पार्टी का कोई बड़ा नेता उनके साथ चलता नजर नहीं आया। पैदल चलकर वह लोगों का स्नेह व आशीष प्राप्त करते हुए वह मुगलसराय पहुंचे। वहां भी कोई भी दिग्गज नेता जनहित के मुद्दे पर निकली पदयात्रा में नहीं दिखा।
सर्वविदित है कि सकलडीहा में विधायक प्रभुनारायण सिंह यादव व मुगलसराय में पूर्व सांसद रामकिशुन यादव वरिष्ठ समाजवादी नेता हैं, लेकिन न तो ये खुद नजर आए और ना ही उनके परिवार या उनके समर्थक ही पदयात्रा में दिखे। जिसे लेकर आमजन के साथ ही राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं रहीं।