इन थानेदारों का जुगाड़ हुआ फेल, छोड़ना पड़ा थाना, काम नहीं आयी नेताओं की पैरवी
 

जिले में कम इंस्पेक्टर होने के कारण पुरस्कार के रूप में थाना पाने वालों में एसपी पीआरओ के रूप में कार्य कर रहे विजय बहादुर सिंह को मुगलसराय थाने का प्रभार प्राप्त हो गया है, जिसे बरकरार रखने के लिए उनको काफी पसीना बहाना पड़ेगा।
 

एसपी ने दिया संदेश- काम से मिलेगी थानेदरी

जुगाड़ लगाने वालों की खैर नहीं

अच्छा काम करने वालों को आगे फिर मिलेगा चार्ज

जल्द हट सकते हैं एक दो और प्रभारी

चंदौली जिले के पुलिस अधीक्षक डॉक्टर अनिल कुमार द्वारा जनपद की कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए 11 निरीक्षकों तथा दो उप निरीक्षकों का कार्य क्षेत्र बदलने हुए कुछ निरीक्षकों एवं उप निरीक्षकों को पुरस्कार स्वरूप कोतवाली का चार्ज देने  का कार्य किया गया है, तो वहीं कुछ को दंड स्वरूप प्रभार से हटाने या मुख्य कोतवाली से किसी अन्य कोतवाली में तैनाती कर दी गयी है। इतना ही नहीं काम से ज्यादा जुगाड़  लगाने वाले एक कोतवाल को भी खामियाजा भुगतना पड़ा है। कप्तान ने इस तबादले में वहीं पुलिस महकमे को यह संदेश दे दिया कि वह काम की कद्र करते हैं, जुगाड़ की नहीं। सिफारिश करने से फायदे की जगह नुकसान भी हो सकता है।

पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी में कहा जा रहा है कि एसपी साहब ने यह तबादला अपने  मनमुताबिक सभी को आजमाने के बाद किया है। गैर जनपद के लिए जाने वाले थाना प्रभारियों की रिक्ति के क्रम में खाली पदों को भरने के साथ-साथ कुछ खराब परफॉर्मेंस वाले इंस्पेक्टर्स को अच्छी और उनकी पसंद वाली जगह से हटाकर कहीं और भेज दिया है।

 बता दें कि पुलिस कप्तान ने जिले के कई थाना प्रभारियों का तबादला दूसरे जिले में हो गया था। दूसरे जिले में पोस्टिंग हो जाने के कारण उन्हें जिला छोड़कर जाने की तिथि 22 नवंबर पूर्व में ही निर्धारित कर दी गई थी। उसके जाने के बाद खाली हो रहे थानों पर नई तैनाती करते हुए कुछ थाना प्रभारियों को भी बदलने का कार्य किया गया है। वहीं अच्छे कार्य न  करने वाले थाने के प्रभारी को दंड स्वरूप प्रभार से हटाने तथा दूसरे थाने पर तैनात करने की बातें कहीं जा रही हैं।

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अपने काम को गंभीरता से करने वाले और सामान्य कार्यों को भी अच्छे से करने वाले थाना प्रभारियों को ज्यों का त्यों अपने थाने पर बरकरार रखा  गया है।  वहीं थानों में एक चर्चा यह भी है कि सदर कोतवाली थाना प्रभारी को दंड स्वरूप सकलडीहा कोतवाली का प्रभार मिला है  तथा सकलडीहा कोतवाली प्रभारी को भी पनिशमेंट पोस्टिंग के तौर पर नौगढ़ थाने का प्रभार देने का कार्य किया गया है। वहीं चकिया के प्रभारी उप निरीक्षक मिथलेश तिवारी को एसपी के पीआरओ बनाए जाने की चर्चाएं जोर-जोर से है, क्योंकि कुछ मामलों में उनकी ढिलाई से कप्तान साहब पूरी तरह से खुश नहीं थे। इसीलिए इनको हटाने का इंतजार किया जा रहा था।

जिले में कम इंस्पेक्टर होने के कारण पुरस्कार के रूप में थाना पाने वालों में एसपी पीआरओ के रूप में कार्य कर रहे विजय बहादुर सिंह को मुगलसराय थाने का प्रभार प्राप्त हो गया है, जिसे बरकरार रखने के लिए उनको काफी पसीना बहाना पड़ेगा। वह धानापुर से हटने के बाद लाइन में पड़े हुए थे, बाद में उनको पीआरओ के रूप में कप्तान के साथ रहने का फायदा मिला है।

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पुलिस लाइन में तैनात इंस्पेक्टर गगन राज सिंह को सदर कोतवाली तथा नौगढ़ थाना प्रभारी को उत्तम कार्य करने के इनाम के रुप में चकिया कोतवाली मिली है। अतुल कुमार को चकिया का प्रभार दिये जाने को लेकर भी तरह-तरह की चर्चाएं हैं। पुलिस लाइन में तैनात सुधीर कुमार आर्य को चकरघट्टा थाने का प्रभार दिया गया है।  

निरीक्षक सलिल स्वरूप आदर्श को कंदवा थाना प्रभारी बनाया गया। जिले के सबसे चर्चित थाने के रूप में जाने-जाने वाला सैयदराजा थाने का प्रभार सत्यनारायण मिश्रा को दे दिया गया है, जो इसके पूर्व डायल 112 में प्रभारी थे।

कप्तान साहब को इनकी कार्यशैली पसंद थी, तभी जुगाड़ वाले लोगों को दरकिनार करके उनको सैयदराजा थाने पर भेज दिया है।

लोगों में ऐसी चर्चा है कि पहली बार किसी कप्तान ने ऐसी हनक दिखायी है सिफारिशी लोगों को दरकिनार करके अच्छा काम करने वालों को इनाम दिया है। वहीं अगले कुछ दिनों में बाकी थानों पर भी गाज गिरने वाली है, अगर उनकी कार्यशैली में अपेक्षित सुधार नहीं होगा।  

जिन लोगों को चार्ज मिला है वह उनके लिए मौका है। अगर वह फील्ड व थाने की पोस्टिंग में अपना आचरण व कार्य व्यवहार सही रखने में कारगर रहे तो कुछ दिन थाने या कोतवाली पर रह सकते हैं। लेकिन अगर ढिलायी दिखी तो उन्हें लोकसभा चुनाव से पहले हटाया भी जा सकता है।

 अब देखना है कि जिन थाना प्रभारियों पर एसपी डॉक्टर अनिल कुमार द्वारा विश्वास जताया गया है वे उनके भरोसे पर कितना खरा उतरते हैं।