DRM से मिलने की जिद पर जमीन पर बैठें लोग, इन रेल कर्मचारियों को परेशान कर रहे अफसर
चंदौली जिले के पीडीडीयू नगर में ओपीटीजी विभाग के अंतर्गत कार्य करने वाले ग्रुप डी कर्मचारियों ने बताया कि एलडीसीई कोटा के तहत कई लोगों का गार्ड पद हेतु चयन लिखित परीक्षा के माध्यम से विगत 3 साल पूर्व हो चुका है। किंतु इन लोगों की लाइन ट्रेनिंग एवं पोस्टिंग अब तक नहीं हुई है, जिसके कारण सभी लोगों को आर्थिक एवं मानसिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।
इस संबंध में दिन गुरुवार को सारे लोग डीआरएम बिल्डिंग जा पहुंचे। वह वहां उपस्थित डीआरएम से मिलकर उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत कराना चाहते थे। पर इन लोगों द्वारा बताया गया कि उन्हें डीआरएम से नहीं मिलने दिया जा रहा है, जिससे क्षुब्ध होकर सारे लोग डीआरएम बिल्डिंग के सामने स्थित जमीन पर बैठ गए और डीआरएम से मिलने की मांग पर अड़े रहे।
इनका कहना है कि विगत 3 साल पूर्व लगभग 300 गार्डों की वैकेंसी थी। हम लोगों के द्वारा फार्म भरकर परीक्षा भी दी गई। मगर कोरोना के चलते लगभग साल भर तक ट्रेनिंग नहीं हुई। फिर जब ट्रेनिंग चालू हुई तो हम लोगों ने ट्रेनिंग पूरी की। ट्रेनिंग के बाद लगभग 7 महीने बीत गए हैं। उसके बाद भी प्रशासन के द्वारा कोई भी नियुक्ति पत्र नहीं मिला है, केवल आश्वासन मिलता रहता है।
अफसर कहते हैं कि काम चल रहा है। एक-दो बार नहीं तीसरी बार ये लोग यहां आ चुके हैं। हर बार उनको आश्वासन देकर टरकाया जाता है। उनका कहना है कि अब हम भी डीआरएम से इस विषय पर बात कर स्पष्ट आश्वासन लेकर ही जाएंगे।
इस तरह से अपनी मांग रखने वाले लोगों में मुख्य रुप से राहुल कुमार, अभिषेक कुमार रंजन, सुनील कुमार, जितेंद्र कुमार, मृत्युंजय कुमार, विक्रम पासवान, विनोद कुमार, चंदन कुमार, हेमंत कुमार आदि लोग उपस्थित रहे।