फोल्ड स्कोप के प्रयोग पर प्रशिक्षण कार्यशाला, 200 छात्र और 32 शिक्षक ले रहे प्रशिक्षण
फोल्ड स्कोप के प्रयोग
प्रशिक्षण कार्यशाला का हुआ आयोजन
200 छात्र और 32 शिक्षक ले रहें प्रशिक्षण
चंदौली जिले के डेढगावां स्थित चौधरी सेहकू सिंह बालिका इण्टर कालेज में फोल्ड स्कोप के प्रयोग पर प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की गयी। इस दो दिवसीय कार्यशाला में विभिन्न स्कूलों के दो सौ छात्र और बतीस शिक्षक प्रशिक्षण ले रहें है । आकांक्षी जनपदों के चंदौली, सोनभद्र, बहराइच, चित्रकूट, बलराम पुर, फतेहपुर, श्रावस्ती, सिद्धार्थ नगर जनपदों के चार-चार शिक्षक प्रशिक्षण ले रहे हैं ।
प्रो० संदीप सरीन वरिष्ठ सलाह कार डिपार्टमेण्ट आफ बायो टेक्नोलोजी भारत सरकार ने वीडियो कान्फ्रेसिंग के द्वारा बताया कि भारत सरकार द्वारा विज्ञान आउटरीच और सामाजिक विकास के हिस्से के रुप में शिक्षकों और युवा छात्रों के बीच विज्ञान को लोकप्रिय बनाने लिए गतिविधियों शुरू की गयी है। एक ऐसी प्रक्रिया विकसित करने का नेतृत्व जो विज्ञान को सबसे अधिक संसाधन की कमी में लाता है। शिक्षा और अनुसंधान के लिए एक उपकरण के रूप में फोल्डस्कोप (एक कम लागत वाला पेपर माइक्रोस्कोप ) लाकरदेश के क्षेत्रों में विशेष रुप से आकांक्षी जिले ।
दयालबाग एजुकेशनल इंस्टिट्यूट दयालबाग आगरा के भौतिकी विभाग के प्रोफेसर सी -एम मार्कनने बताया कि फोल्डस्कोप एक भारतीय द्वारा आविष्कार किया गया है जो अल्ट्रा किफायती पेपर माइको स्कोप है । प्रकाश लैब स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी यूएसए में शोधकर्ता डॉक्टर मनु प्रकाश का एक हिस्सा है। मितव्यई विज्ञान आंदोलन जिसका उद्देश्य आवश्यक वैज्ञानिक उपकरण को वह नहीं बनाना है। विकासशील देशों में जिज्ञासा संचालित प्रयोगों पर जनता को शामिल करने के लिए यह एक पोर्टेबल मजबूत और बहुमुखी माइक्रोस्कोप ज्यादातर वाटरप्रूफ कागज से बना होता है जो किसी छोटी वस्तु को 140 गुना बढ़ा सकता है और भारीपन और खर्च के बिना 1.9 माइक्रो रिवॉल्यूशन है एक पारंपरिक अनुसंधान माइक्रोस्कोप की 'उन्होंने आगे बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यूएसए की यात्रा के दौरान 27 सितंबर 2015 को सिलिकॉन वैली में भारत अमेरिका स्टार्ट अप कनेक्ट इवेंट के लिए समझौता पर हस्ताक्षर किया गया । तब से फोल्डस्कोप इंस्ट्रूमेंट्स इंक और प्रकाश लैब के साथ साझेदारी में स्कूली छात्रों और शिक्षकों तक पहुंच गया है ।
दयालबाग एजुकेशन इंस्टीट्यूट दयाल बाग डॉ संजय सर ने बताया कि भारत में विज्ञान की खोज में रुचि रखने वाले वैज्ञानिक शोधकर्ता और जन समूह द्वारा विज्ञान को लोकप्रिय बनाने और उसमें उत्साह पैदा करने के लिए फोल्डस्कोप के उपयोग का प्रशिक्षण देना स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटीने कई कार्यशालाओं का आयोजन किया है और संसाधनों को फोल्डस्कोप वितरित किए हैं। युवा विद्यार्थियों मेंफोल्डस्कोप के प्रयोग ने इस ओर प्रोत्साहित किया है। विज्ञान की खोज और उनके वैज्ञानिक स्वभाव को मजबूत करना स्कूल कालेजों को के छात्रों को एक कोशकीय और बहूकोशकीय कल्पना करने के लिए प्रशिक्षण के लिए फोल्ड स्कोप का किया है।
खण्ड शिक्षा अधिकारी सकलडीहा चन्दशेखर आजाद ने बताया कि फोल्डस्कोप का आविष्कार युवा वैज्ञानिक के द्वारा किया गया और इसका प्रशिक्षण भारत के आकांक्षी जिलों में दिया जा रहा है। उसमें चंदौली और सकलडीहा ब्लाक के डेढगावां स्कूलमैं प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यह जरूर मील का पत्थर साबित होगा । इस प्रशिक्षणके बाद छात्रसूक्ष्म जीवों बैक्टीरिया कवक प्रोटोजोआ पौधों की कोशिकाओं पशु कोशिकाओं आर्थ्रोपोड्स जैसे कोशिकाएं एक्सो पोलि मेरिक पदार्थ देख सकेगें । आभार प्रधानाध्यापक दिनेश कुमार ने व्यक्त किया ।
इस दो दिवसीय प्रशिक्षण मेंडिपार्टमेंट ऑफ बायो टेक्नोलॉजी भारत सरकार के मिस आशना प्रकाश ' शैर्ले चार्ल्स ' डाo उमा चौधरी ' डॉ अरुन देवशर्मा ' डॉ इन्द्रजीत श्री पाडी रंजन , प्रवीण राही मौजूद दयाल एजुकेशन इस्टीट्यूट के पालीटेक्नीक आटो मोबाइल के बिभागाध्यक्ष मेजर सिंह उपस्थित रहे ।
इस अवसर पर दयाल शरण, जयप्रकाश रावत, गुरुप्रकाश यादव, राधेश्याम यादव, रमायन यादव, अमन यादव, संजय, उषा यादव गीता यादव सम्मलित रहे ।