ग्रामीणों ने आवारा जानवरों को पड़कर कब्रिस्तान में किया है बंद, 5 दिन से नहीं ध्यान दे रहे हैं सरकारी अधिकारी, मर रहे हैं मवेशी
अफसरों को जानकारी देने के बाद भी नहीं हुई पहल
5 दिन में गोवंशों को गौशाला पहुचानेे का नहीं हुआ प्रबंध
बिना चारा-पानी के कब्रिस्तान में पड़े हैं लावारिस जानवर
चंदौली जिले के टांडाकला क्षेत्र के जुड़ा हरचन गांव में बेसहारा गोवंश द्वारा खेतों में फसल को नुकसान करने से आजिज ग्रामीणों ने पांच दिनों में 32 पशुओं को इकट्ठा कर कब्रिस्तान के चहारदीवारी के अंदर बंद कर दिया है।
जब विकास खंड कार्यालय में मौजूद विभागीय अधिकारियों को सूचना दिया गया। सूचना देने के बाद भी पशुओं को गौशाला नहीं भेजा गया। जिसका परिणाम हुआ कि कड़ाई की ठंड से गुरुवार को यहां पर एक गोवंश को मौत हो गई।
बताते चलें कि जुड़ा हरचन गांव में बेसहारा गोवंश का झुंड पहुंचकर खेतों में फसलों को नुकसान पहुंचा रहे थे। ग्रामीणों ने करीब 32 की संख्या में पशुओं को पकड़कर कब्रिस्तान के बाउंड्री में बंद कर दिया। बंद करने के बाद एडीओ पंचायत, ग्राम सचिव व ग्राम प्रधान को सूचना भी दिया। लेकिन सूचना देने के बाद भी पशुओं को गौशाला नहीं भेजा गया। गुरुवार की सुबह एक पशु को ठंड से मौत हो गई।
भाजपा मंडल अध्यक्ष संकठा राजभर ने बताया कि इन पशुओं को भेजने के लिए सर्वप्रथम प्रधान को बताया गया। फिर एडीओ पंचायत व ग्राम पंचायत अधिकारी को सूचित किया गया। लेकिन किसी ने भी सुध नहीं ली। ठंड से बेसहारा पशु बहाल हो रहे हैं तथा इनके खाने-पीने का भी उचित प्रबंध नहीं है। पांच दिन बीतने के बाद भी कोई अधिकारी नहीं आए और नहीं ग्राम प्रधान सुन रहे है न ग्राम पंचायत अधिकारी। इसकी शिकायत अब सीधे मुख्यमंत्री से ही करेंगें।