सकलडीहा पीजी कॉलेज में जन्म जयंती को महोत्सव, चंद्रशेखर आजाद को याद कर रहे लोग
 

मुख्य वक्ता प्रोफेसर झा ने उनके वाराणसी अध्ययन केंद्र को राष्ट्रीय स्मारक के रूप में संयोजित करने की आवश्यकता  को सुझाया।
 

राष्ट्रीय सेवा योजना एवं रोवर्स रेंजर्स के छात्र-छात्राएं

150 से ज्यादा स्वयंसेवकों ने भी शिरकत 

आजादी के महानायक चन्द्रशेखर आजाद जी की जन्म जयंती को सकलडीहा पीजी कॉलेज में आजादी के अमृत महोत्सव के क्रम में चंद्रशेखर आजाद की जन्म जयंती के उपलक्ष में एक विचार गोष्ठी एवं उनके जीवन वृत्त से संदर्भित अभिलेख प्रदर्शनी का सफल भव्य आयोजन किया गया। 

इस दौरान राष्ट्रीय सेवा योजना एवं रोवर्स रेंजर्स के लगभग 150 से ज्यादा स्वयंसेवक छात्र छात्राओं ने उक्त कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर के अपना प्रतिभाग किया तथा अभिलेख प्रदर्शनी में महत्वपूर्ण चित्र एवं पांडुलिपि एवं तत्कालिक प्रशासनिक अभिलेख से चंद्रशेखर आजाद के जीवन से संदर्भित उनकी क्रियाकलाप एवं देश की आजादी में उनके क्रांतिकारी कदम से प्रभावित होकर उनके आदर्श एवं देश प्रेम एवं राष्ट्र सेवा का संकल्प संकल्प लिया। 

मुख्य वक्ता प्रोफेसर झा ने उनके वाराणसी अध्ययन केंद्र को राष्ट्रीय स्मारक के रूप में संयोजित करने की आवश्यकता  को सुझाया। वहीं प्राचार्य प्रोफेसर प्रदीप कुमार पांडेय ने राष्ट्र के प्रति उनकी युवा सोच एवं सहज सार्वजनिक जीवन तथा राष्ट्र के प्रति समर्पण को युवाओं में उतारने का प्रेरक प्रसंग उठाया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य प्रो. प्रदीप कुमार पांडेय ने किया विशिष्ट अतिथि प्रो. पीके सिंह रहे। कार्यक्रम का संयोजन डॉ. अभय कुमार वर्मा ने किया। मुख्य वक्ता प्रो. उदय शंकर झा, प्रो. शमीम राईन, डॉ. श्याम लाल यादव, डॉक्टर सीता मिश्रा, डॉ. वंदना, डॉ. पवन कुमार ओझा, अजय कुमार यादव, मीनू जायसवाल ने अपने विचार दिए।