संगोष्ठी एवं उन्मुखीकरण कार्यक्रम में दिए गए टिप्स, निपुण ब्लॉक बनाने पर जोर
 

जिसका उद्देश्य विभाग द्वारा दिए गए योजनाओं का क्रियान्वयन प्रधानों के सहयोग और विद्यालय के आपसी तालमेल से विद्यालय का विकास करने को लेकर था। 
 

हर सप्ताह ग्राम प्रधान को विद्यालय बुलाने की बात

कायाकल्प के 19 बिंदुओं को दिखाने पर दिया जोर

समझायी गयी शिक्षक व शिक्षा की उपयोगिता  

 चंदौली जिले के सकलडीहा इलाके के ब्लॉक संसाधन केंद्र धौरहरा पर एक ब्लाक स्तरीय एकदिवसीय संगोष्ठी एवं उन्मुखीकरण कार्यक्रम में गुरुवार को मुख्य अतिथि सकलडीहा प्रमुख अवधेश सिंह, विशिष्ट अतिथि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सत्येंद्र कुमार सिंह व विकास खंड अधिकारी सकलडीहा अरुण कुमार पांडेय सहित कई लोग शामिल हुए और वहां शिक्षकों को संबोधित किया।

सबसे पहले मां सरस्वती के तैल चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित करके शुभारंभ किया। फिर ब्लॉक संसाधन केंद्र धौरहरा पर ब्लॉक स्तरीय संगोष्ठी एवं  उन्मुखीकरण कार्यक्रम का जिसमें सकलडीहा विकासखंड के ग्रामप्रधान व सभी विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों की एक संगोष्ठी  सम्पन्न हुई। जिसका उद्देश्य विभाग द्वारा दिए गए योजनाओं का क्रियान्वयन प्रधानों के सहयोग और विद्यालय के आपसी तालमेल से विद्यालय का विकास करने को लेकर था। 

इस कार्यक्रम के संयोजक खंड शिक्षा अधिकारी अवधेश कुमार राय ने बताया कि शासन की विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन ग्राम प्रधान और प्रधानाध्यापक के सामंजस्य से ही हो सकता है। कायाकल्प के द्वारा विद्यालयों का विकास और शैक्षिक गुणवत्ता सुधार करने का काम विभाग ने दिया हुआ है, जिसे आपसी तालमेल के द्वारा ग्राम प्रधान और प्रधानाध्यापक मिलकर करेंगे। 

वहीं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी महोदय ने बताया कि सप्ताह में एक बार ग्राम प्रधान को विद्यालय में बुलाकर 19 बिंदुओं के कायाकल्प के विकास कार्यों को जरूर दिखाएं, जिससे उसमें जो भी कमियां हो उसे ग्राम प्रधान द्वारा पूरा करने का प्रयास किया जाए। निपुण भारत के तहत ब्लॉक को निपुण बनाने का कार्य तभी संभव हो पाएगा, जब विद्यालय निपुण होगा। 

विशिष्ट अतिथि खंड विकास अधिकारी अरुण कुमार पांडेय ने बताया कि आज पूरे विकासखंड में प्रमुख जी के सहयोग से 18 अमृत तालाबों का निर्माण किया गया है और आज अगर हम सब इस मंच पर आसीन हैं। इसमें सबसे बड़ा योगदान हमारे गुरु का ही रहा है। 

प्रधानपति धौरहरा अमित सिंह ने कहा कि आज 80% युवा प्रधान चुने गए हैं, जो पूरे जोश में कार्य कर रहे हैं। कई विद्यालयों में जर्जर भवनों का ध्वस्तीकरण ना होने से विभाग की शिथिलता दिख रही है। भविष्य में कोई भी बड़ी घटना दुर्घटना कभी भी हो सकती है। वहीं छात्र छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी प्रस्तुतीकरण किया गया, जिसमें कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की छात्राओं द्वारा स्वागत गीत, स्वागत नृत्य और अपना प्रदेश में अपना परचम लहराने वाली एकांकी की छात्राएं कम्पोजिट विद्यालय तेनुवट द्वारा नारी सशक्तिकरण का सुंदर  नाटिका की गई। एआरपी प्रदीप कुमार और प्रधानाध्यापक हिमांशु पांडेय ने डीबीटी के द्वारा भेजे गए धनराशि को किस प्रकार से खर्च किया जाए के बारे में पूरी जानकारी दी।

कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रपति पुरस्कार से पुरस्कृत जेपी रावत और वर्षा अवस्थी ने किया। इस संगोष्ठी में प्रधानाध्यापक रामदयाल राम, शिवाजी सिंह, मनीष कुमार, विनीत कुमार, सत्यप्रकाश भारती, अश्वनी सिंह, अवनीश यादव, चंद्रशेखर आजाद, फाफा साहब भारती, धनवती देवी, प्रीति अग्निहोत्री, शशि रानी, पूनम मिश्रा, गुंजा शर्मा, माधुरी गुप्ता, अरविंद उपाध्याय, प्रशांत पांडे, आफताब आलम, मदन तिवारी, प्रांतीय प्रचार मंत्री देवेंद्र यादव, प्राथमिक शिक्षक संघ के नवनिर्वाचित अध्यक्ष जयनारायण यादव, पूर्व अध्यक्ष अशोक सिंह सहित सहित ग्राम प्रधान सकलडीहा मंजू वर्मा, सेवखर प्रधान गोपाल सिंह यादव, रानेपुर प्रधान महेंद्र प्रताप, प्रधानपति अमित सिंह, अविनाश पासवान, टुनटुन सिंह, विकास सिंह सहित बहुत संख्या में प्रधान उपस्थित रहे।