22 की सजा काटने के बाद आज अपने घर पहुंचेंगे जयप्रकाश, जानिए पूरा मामला

जम्मू की जेल में सजा काट रहे जयप्रकाश को सोमवार को जमानत पर रिहा कर दिया गया था। ग्राम प्रधान और परिजनों के साथ जयप्रकाश ट्रेन से गांव आ रहा है।
 

जम्मू की जेल में सजा काट रहा था जयप्रकाश

पिता के साथ बेचता था आइसक्रीम

चंदौली जिले के कमालपुर कस्बा निवासी मुरली जायसवाल का पुत्र जयप्रकाश जायसवाल 22 साल जेल में सजा काटने के बाद 23 नवंबर को घर पहुंचेगा। जम्मू की जेल में सजा काट रहे जयप्रकाश को सोमवार को जमानत पर रिहा कर दिया गया था। ग्राम प्रधान और परिजनों के साथ जयप्रकाश ट्रेन से गांव आ रहा है।

करीब 22 साल पहले जयप्रकाश पिता के साथ आइसक्रीम बेचने का काम करते थे। बताया जा रहा है कि एक दिन वह अचानक गायब हो गया। घर वालों ने उसकी काफी खोजबीन की पर कहीं पता नहीं चल सका। थक-हार कर परिजन उनका इंतजार करने लगे। बेटे के खोने के गम में मां बीमार हो गई और एक दिन उसकी मौत हो गई। पिता भी लकवा के शिकार हो गए। इन दिनों वे बिस्तर पर पड़े हुए हैं।

इसके बाद कुछ दिन पूर्व जम्मू के जीआरपी प्रभारी के धीना थाने पर भेजी गई सूचना के आधार पर ग्राम प्रधान सुदामा जायसवाल जम्मू पहुंचे और जेल में बंद जयप्रकाश से मुलाकात की। उनकी पहल के बाद जिला न्यायालय में वकील इरफान खान ने जयप्रकाश के जमानत की पैरवी शुरू की। सोमवार को सायं चार बजे जयप्रकाश को जमानत मिल गई। उन्हें घर वापस लाने के लिए एक सप्ताह पहले ग्राम प्रधान सुदामा जायसवाल, अपने साथियों के साथ जम्मू पहुंच गए थे। उन्होंने फोन पर बताया कि सोमवार की रात 8.30 बजे जम्मू से उनकी ट्रेन छूटेगी जो बुधवार को अपराह्न तीन बजे वाराणसी पहुंचेगी। वहां से सड़क मार्ग से सभी कमालपुर पहुंचेंगे।