सकलडीहा के बरठी में मासिक शिक्षक संकुल की बैठक, इन बातों पर हुई चर्चा 
 

शिक्षक संकुल के साथ साथ प्रत्येक विद्यालय से प्रधानाध्यापक, विद्या प्रवेशी प्रशिक्षित शिक्षक व कक्षा 3 तक पढ़ाने वाले समस्त शिक्षक प्रतिभाग किये।
 

राज्य परियोजना के निर्देश के क्रम में मीटिंग

 गतिविधियों एवं क्रियाकलापों पर चर्चा

 इन बातों पर खास ध्यान देने की जरुरत

राज्य परियोजना कार्यालय के निर्देशानुसार एंव खण्ड शिक्षा अधिकारी सकलडीहा के आदेशानुसार प्रत्येक माह में संकुल स्तरीय मासिक बैठक कराया जाना है। इस माह जुलाई-2022 में निपुण भारत मिशन के अंतर्गत संचालित महत्वपूर्ण गतिविधियों एवं क्रियाकलापों के क्रियान्वयन, बेहतर समन्वय, गैप एनालिसिस, सतत अनुश्रवण एवं अकादमिक पहलुओं के संचालन के संबंध में बैठक किया जाना है।

इस संबंध में संकुल -बरठी की जुलाई माह की मासिक बैठक आज प्राथमिक विद्यालय पिपरी में निर्धारित समयानुसार कराई गयी। जिसमें संकुल-बरठी के सभी शिक्षक संकुल के साथ साथ प्रत्येक विद्यालय से प्रधानाध्यापक, विद्या प्रवेशी प्रशिक्षित शिक्षक व कक्षा 3 तक पढ़ाने वाले समस्त शिक्षक प्रतिभाग किये।

उक्त मासिक बैठक की शुरुआत  सर्वप्रथम माँ सरस्वती के प्रतिमा पर माल्यार्पण, दीप प्रज्ज्वलन एंव माँ हंसवाहिनी की वंदना के साथ की गयी। नोडल शिक्षक संकुल  शैलेन्द्र कुमार जी के द्वारा ये बताया गया कि संकुल के प्रत्येक विद्यालय में प्रत्येक शिक्षक के पास अपनी खुद की शिक्षक डायरी एंव पाठ योजना पूरी तरह पूर्ण हो, यही नहीं बल्कि हमें क्या पढ़ाना है और जो विषय हमारे द्वारा पढ़ाये जा रहे हों या जिस टॉपिक को हम  बता रहे हों उसी के अनुसार शिक्षक डायरी और पाठ योजना बनी हो।

 शिक्षक संकुल देवेंद्र प्रताप जी द्वारा निपुण लक्ष्य के बारे में जानकारी दी गयी। शिक्षक संकुल  श्रीमती शशिरानी  ने  निपुण भारत मिशन की बाल वाटिका से लेकर कक्षा -3 तक कि दक्षताओं के बारे में एंव बाल संसद के कार्यों एंव दायित्वों पर विस्तृत चर्चा की गयी। संकुल शिक्षक श्रीमती प्रतिभा कुशवाहा  द्वारा आकलन प्रपत्र, रिमिडियल टीचिंग, एवं बच्चों की उपस्थिति कैसे बढ़ाई जाये.. इसके बारे में बहुत ही अच्छे तरीके से बताया गया। 

संकुल शिक्षक धनंजय द्विवेदी द्वारा चहक कार्यक्रम एवं रामकरन द्वारा यह बताया गया कि विद्यालय में बच्चों को विभाग द्वारा जो भी मॉड्यूल्स उपलब्ध कराये गये हैं, उनका तो हमें क्रियान्वयन करना ही है। यदि हमारे पास उसके अतिरिक्क्त कोई और भी गतिविधि हो तो उनका भी प्रयोग किया जा सकता है। यदि हमारे द्वारा ऐसा किया जाये तो वह शिक्षण प्रक्रिया बहुत ही प्रभावी होगी। श्रीमती दीपिका  द्वारा सातवें सप्ताह तक का रजिस्टर कैसे बनाया जाये.. इसके बारे में भी बताया गया। 

श्रीमती विनीता द्वारा लेसन प्लान कैसे बनायें इसकी जानकारी दी गयी। इसके बाद  सूर्यकांत भारती द्वारा निपुण लक्ष्य को कैसे समय से पहले प्राप्त कर पायेंगे उसके बारे में समझाया गया। संकुल के प्रत्येक विद्यालयों में विद्याप्रवेश मॉड्यूल्स के तहत कार्य एवं गतिविधियां करायी जा रही है।  उसकी वीडियो क्लिप बनाकर संकुल ग्रुप पर प्रेषित की जा रही है। बैठक की अध्यक्षता चंद्रमौलि दीक्षित जी एंव संचालन नोडल शिक्षक संकुल द्वारा किया गया।