बाबा कीनाराम के 425वें जन्मोत्सव की आखिरी शाम, जोशीले बिरहा कलाकारों के नाम
बिरहा का आध्यात्मिक संस्कृति से पुरातन लगाव
संयोजक अजीत सिंह ने किया बिरहा कलाकारों का सम्मान
बिरहा कलाकारों ने पेश की महाभारत काल की शानदार झलक
चंदौली जिले के रामगढ़ स्थित बाबा कीनाराम के 425वें जन्मोत्सव की तीसरी संगीत संध्या को सायंकालीन मठ परिसर के बाहर मेला क्षेत्र में निर्मित बने हुए भव्य पंडाल में बाबा सिद्धार्थ राम गौतम जी की मसान आरती के साथ संगीत कार्यक्रम शुरू हुआ। रात्रि 9:00 बजे से सुबह 5:00 बजे तक बिरहा का शानदार मुकाबला गायक सुधीर लाल यादव एवं रवीना रंजन के बीच में हुआ।
बताया जा रहा है कि इस दौरान 50 हजार की धनराशि के लिए दोनों ग्रुप में कांटे की टक्कर हुयी। बिरहा कार्यक्रम संयोजक अजीत सिंह के नेतृत्व में कराई गई इस संगीत संध्या में कलाकार द्वय ने पहले बाबा कीनाराम के भजन और सोहर गाया। फिर बिरहा प्रारंभ हुआ। फिर दोनों कलाकारों ने महाभारत से प्रकरण उठाकर के बिरहा का एक आध्यात्मिक कांड और वीर रस प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम संयोजक अजीत सिंह ने दोनों बिरहा कलाकारों को 25-25 हजार रुपये, अंगवस्त्रम व स्मृति चिन्ह देकर प्रोत्साहित किया और भविष्य में साफ सुथरी बिरहा को आम जनमानस और भोजपुरी समाज में बिरहा के नए आयाम स्थापित करने हेतु मार्गदर्शन भी किया। पहली बार यह दोनों युवा कलाकार बाबा कीनाराम जन्मोत्सव के तीसरी संगीत संध्या में अपनी बिरहा प्रस्तुत कर रहे थे और पूरा सांस्कृतिक क्षेत्र लाखों श्रोताओं से खचाखच भरा हुआ था। इन दोनों युवा कलाकारों को उपस्थित श्रोताओ सहित मंचस्थ अतिथि और अभिभावकों ने सराहनीय कार्यक्रम हेतु कलाकारों को बधाई दिया। संचालन महादेव इंटरटेनमेंट के संचालक राजेश उपाध्याय ने किया ।
उक्त कार्यक्रम में महादेव एंटरटेनमेंट के डायरेक्टर धनंजय सिंह, धनजी, प्रभात पाठक, पंकज पांडेय, अशोक कुशवाहा, दिनेश सोनकर, अभय कुमार पीके आदि उपस्थित रहे।