"मैं अभी जिंदा हूं.." फर्जी वरासत का मामला फिर सुर्खियों में,पीड़ित जिंदा होने का दे रहा प्रमाण
रायपुर बभनियाव गांव में बुजुर्ग को जिंदा होते हुए मृत घोषित किया गया
पुत्र ने की जालसाजी, जमीन की वरासत अपने नाम कराई
मोतीलाल कुशवाहा तहसील कार्यालय के लगा रहे चक्कर
प्रशासन से कर रहे न्याय की मांग
चंदौली जनपद के सकलडीहा तहसील अंतर्गत रायपुर बभनियाव गांव में एक बार फिर राजस्व विभाग की लापरवाही और भ्रष्टाचार का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। मोतीलाल कुशवाहा नामक बुजुर्ग व्यक्ति को उनके जीवित रहते हुए मृत घोषित कर दिया गया और उनके ही पुत्र द्वारा जालसाजी कर जमीन की वरासत अपने नाम करा ली गई।
मोतीलाल कुशवाहा पिछले कई दिनों से तहसील कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं, ताकि खुद को जीवित घोषित करवा सकें और अपने हक की लड़ाई लड़ सकें। वह प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं कि उन्हें न्याय मिले और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
इस तरह की घटना पहले भी सकलडीहा तहसील के नीदील पुर गांव में सामने आ चुकी है, जहां एक व्यक्ति को मृत बताकर उसकी जमीन किसी और के नाम कर दी गई थी। यह लगातार सामने आ रहे मामले बताते हैं कि जिले में राजस्व कर्मियों और अधिकारियों की मिलीभगत से फर्जी वरासत का गिरोह सक्रिय है, जो जिंदा लोगों को मृत घोषित कर उनके नाम की जमीन हड़पने का काम कर रहा है।
प्रशासन की लापरवाही और राजस्व विभाग की निष्क्रियता का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।
सकलडीहा तहसील दिवस में कुल 76 प्रार्थना पत्र पड़े ,जिसमें 6 मामलों का निस्तारण किया गया।
अब देखने वाली बात यह होगी कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है। क्या मोतीलाल कुशवाहा को न्याय मिलेगा या यह मामला भी अन्य मामलों की तरह फाइलों में दबकर रह जाएगा? जरूरत है कि ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई हो, ताकि भविष्य में कोई भी जिंदा व्यक्ति को मृत घोषित करने की हिमाकत न कर सके।
इस संबंध में सकलडीहा उप जिलाधिकारी कुंदन राज कपूर ने बताया कि मामले की जांच कराई जा रही है मामला पुराना है जो भी इस तरह की गलती किया है उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।