परिषदीय विद्यालयों के मर्ज करने के निर्णय का कांग्रेस ने किया विरोध, सिराजुद्दीन भुट्टो के नेतृत्व में जुड़े कार्यकर्ता
सरकार पर लगाया शिक्षा विरोधी नीति अपनाने का आरोप
5000 परिषदीय प्राइमरी और जूनियर विद्यालयों को मर्ज करने की तैयारी
निजीकरण के विरोध में भी आवाज बुलंद
चंदौली जिले के धानापुर ब्लॉक कार्यालय में शनिवार को कांग्रेस ब्लॉक कमेटी की बैठक आयोजित की गई, जिसमें ब्लॉक अध्यक्ष सिराजुद्दीन भुट्टो के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। बैठक का मुख्य विषय प्रदेश सरकार द्वारा 5000 परिषदीय प्राइमरी और जूनियर विद्यालयों को मर्ज करने के निर्णय का विरोध करना रहा।
बैठक को संबोधित करते हुए भुट्टो ने कहा कि यह फैसला प्रदेश सरकार की शिक्षा विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार योजनाबद्ध तरीके से शिक्षा व्यवस्था को कमजोर कर रही है ताकि निजीकरण को बढ़ावा मिल सके। उन्होंने कहा, "यह निर्णय गरीब, ग्रामीण और पिछड़े वर्ग के बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है।"
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और विद्यालयों को पुनः संचालित करने की जोरदार मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने जल्द ही निर्णय वापस नहीं लिया तो कांग्रेस पार्टी जिला और प्रदेश स्तर पर आंदोलन करेगी।
बैठक में शिक्षा के निजीकरण के विरोध में भी आवाज बुलंद की गई। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कहा कि जब तक हर गरीब और ग्रामीण बच्चा सरकारी स्कूल में समान शिक्षा नहीं पाएगा, तब तक समाज में समानता संभव नहीं है। बैठक के अंत में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि इस मुद्दे को लेकर जनजागरण अभियान चलाया जाएगा और आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी।