दिलीप राजभर की पोखरी में डूबने से मौत, पैर फिसल जाने से गहरे पानी में डूबा
 

चंदौली जिले की सकलडीहा कोतवाली क्षेत्र के मनियारपुर बभनपुरा गांव में बुधवार देर रात शौच करने गए 42 वर्षीय मजदूर दिलीप राजभर की पोखरी में डूबने से मौत हो गई।
 

 सकलडीहा कोतवाली क्षेत्र के मनियारपुर बभनपुरा गांव की घटना

गहरे पानी में दम घुटने से मौत

शव को पोस्टमार्टम के लिये भेजा

 

चंदौली जिले की सकलडीहा कोतवाली क्षेत्र के मनियारपुर बभनपुरा गांव में बुधवार देर रात शौच करने गए 42 वर्षीय मजदूर दिलीप राजभर की पोखरी में डूबने से मौत हो गई। घटना की जानकारी होते ही परिवार वालों में कोहराम मच गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं राजस्व विभाग की टीम ने परिवारीजनों को उचित सहयोग का भरोसा दिया है। 

मनियारपुर बभनपुरा गांव के स्व. भिरगु राजभर का इकलौता पुत्र दिलीप राजभर मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करता था। बुधवार की देर रात करीब दस बजे शौच के लिये सिवान में गया था। गांव के समीप पोखरी में पैर फिसल जाने से गहरे पानी में चला गया और मिट्टी में धंस गया। जिसके कारण दिलीप राजभर की पानी में दम घुटने से मौत हो गयी। काफी देर बाद घर नहीं आने पर परिजन परेशान होकर खोजने निकले। रात में पोखरे के समीप दिलीप का चप्पल पानी में उतराता देख लोग शोर गुल मचाने लगे। 

घटना की जानकारी होते ही ग्राम प्रधान अमरनाथ खरवार तत्काल पुलिस और तहसील प्रशासन को सूचना दी। मौके पर पहुंचे क्षेत्रीय दरोगा राणा प्रताप यादव ने किसी तरह शव को पोखरी से बाहर निकलवाया। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर अगली कार्रवाई में जुट गये। 

पिता की मौत पर पुत्र शशिकांत, रोशन, जितेन्द्र, गुलशन, आकाश और पुत्री पूजा, सोनी, कंचन, अंतिमा और पत्नी फूलमती दहाड़ें मारने लगे। मौके पर तहसील प्रशासन ने परिजनों को हर संभव सहयोग का भरोसा दिया। 

इस बाबत कोतवाल संजय कुमार सिंह ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया गया है। पीएम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जायेगा। इस मौके पर ग्राम प्रधान अमरनाथ खरवार पप्पू, लेखपाल शशीकला सहित अन्य लोग मौजूद रहे।