गूगल रीड अलोंग एप्प से बच्चे होंगे प्रोत्साहित, बुनियादी शिक्षा होगी और मज़बूत
आंगनवाड़ी कार्यकत्री की दो दिवसीय कार्यशाला
चहनिया ब्लॉक में गूगल रीड अलोंग 2.0 का आयोजन
बाल विकास परियोजना अधिकारी मीना गुप्ता की ने शुरुआत
इस कार्यक्रम की शुरुआत बाल विकास परियोजना अधिकारी मीना गुप्ता की अध्यक्षता में की गयी जिसमें परियोजना अधिकारी मीना गुप्ता और सहायक पंचायत अधिकारी संतोष कुमार मिश्रा को अंग वस्त्र से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में परियोजना अधिकारी के द्वारा आंगनवाड़ी कार्यकत्री को बताया गया कि गूगल रीड अलोंग एप्प एक बुनियादी शिक्षा पर आधारित एप्लीकेशन है, जो कि शालापूर्व शिक्षा में बच्चों के मदद करता है।
साथ ही उन्होंने बताया कि समुदाय में सैम व मैम बच्चों को NRC में अधिक से अधिक भर्ती करने के लिए समुदाय के लोगो को प्रेरित करने के लिए काम करना है। कार्यक्रम में अपर्णा झा ने बताया कि पिरामल फाउंडेशन पूरे भारत के 112 आकांक्षी जिले मे कार्यरत है, जिसके द्वारा उत्तर प्रदेश के 8 जिलों मे गूगल रीड अलोंग का अभियान चलाया जा रहा है, जिसका उद्देश्य भाषा मे दक्षता लाना है।
कार्यक्रम में सीनियर प्रोग्राम लीडर हेमन्त कुमार वर्मा ने बताया इस एप्प से निपुण भारत मिशन एवं बुनियादी शिक्षा अभियान के लक्ष्यों को ई-शिक्षा के द्वारा आसानी से प्राप्त किया जा सकता है। यह बच्चों में पठन,भाषा का ज्ञान व रोचक गतिविधियों पर आधारित खेल जैसे उल्टा-पुल्टा, पढ़ो फटाफट, गुब्बारा फोड़ो और अक्षर जोड़ शब्द बनाना शामिल है। जो बच्चों को पढ़ने और समझने में सहायता करता है। साथ ही जिले में, गांव में समुदाय के साथ अधिक से अधिक जागरूकता करना है।
इस ऐप में हिंदी और अंग्रेजी मे 7 भाषाओं के साथ-साथ अन्य भाषाओं में भी 1000 से ज्यादा कहानियां और खेलों के साथ गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। यह एप्प नि:शुल्क है। एप्प डाउनलोड कर जिले में चल रहे बुनियादी शिक्षा अभियान से जोड़ने के लिए राज्य का पार्टनर कोड bsaup001 डालकर अभियान से जुड़े।
उक्त कार्यक्रम में गाँधी फैलो पारती ने बताया कि यह एप्प बच्चों भाषा के कौशल को बढ़ाता और बच्चों की क्षमता और रुचि के अनुसार पढ़ने मे मदद करता है। इसमें सही से पढ़ने पर सितारे इनाम के रूप में मिलते हैं। साथ ही गलत उच्चारण करने पर दिया, बच्चों को सही बोलने के लिए मदद करती है। उसे फिर से पढ़ने का अभ्यास कराया जाता है।
कार्यक्रम में बाल विकास परियोजना अधिकारी, हिमांशी प्रोग्राम लीड, गाँधी फैलो पारती, मुख्य सेविका लालिमा पाण्डेय, विजया मौर्या और इंद्रा के साथ 90 से अधिक आँगनवाड़ी कार्यकत्री उपस्थित रहीं।