गुब्बारे से खेलते-खेलते चली गयी मासूम की जान, गले में चिपक गया फटा हुआ गुब्बारा
 

जानकारी में बताया जा रहा है कि बहेरी गांव के निवासी पंकज खरवार का 7 वर्षीय बेटा अभिनव पास के ही आदर्श पब्लिक स्कूल में कक्षा एक में पढ़ता था। शनिवार को स्कूल से घर आने के बाद वह गुब्बारा फुला कर खेल रहा था।
 


मां-बाप को रखनी चाहिए सावधानी

एक छोटी सी लापरवाही से चली गयी बच्चे की जान

जिला अस्पताल जाते जाते मासूम ने तोड़ा दम

कहते हैं कभी-कभी छोटी लापरवाही भी जानलेवा साबित हो सकती है। कुछ ऐसा ही धीना थाना क्षेत्र के बहेरी गांव में शनिवार के देर शाम हुआ था, जब एक 7 साल के बच्चे के गले में एक फटा हुआ गुब्बारा चिपक गया। परिजन उसे इलाज के लिए स्थानीय चिकित्सालय में ले गए, लेकिन बच्चे की हालत में सुधार नहीं होने के बाद उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया, जहां डॉक्टर ने जांच पड़ताल के बाद बच्चे को मृत घोषित कर दिया।

 जानकारी में बताया जा रहा है कि बहेरी गांव के निवासी पंकज खरवार का 7 वर्षीय बेटा अभिनव पास के ही आदर्श पब्लिक स्कूल में कक्षा एक में पढ़ता था। शनिवार को स्कूल से घर आने के बाद वह गुब्बारा फुला कर खेल रहा था। इसी दौरान गुब्बारा फट गया और वह गुब्बारे का फटा हुआ हिस्सा लेकर मुंह में चबाने लगा। तभी गुब्बारे का एक हिस्सा जाकर उसके गले में चिपक गया और गले में परेशानी बढ़ने से वह परेशान होकर छटपटाना लगा।

 जब घर परिवार के लोगों को उसकी स्थिति के बारे में पता चला तो वह आनन-फानन में उसे लेकर कमालपुर स्थित एक निजी अस्पताल में उपचार करने की कोशिश करने लगे, लेकिन उसकी हालत में सुधार नहीं होता देख डॉक्टरों ने उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। जब परिजन उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंचे तो डॉक्टरों ने जांच पड़ताल के बाद बच्चे को मृत घोषित कर दिया।

 इस तरह से पता चला कि एक छोटी सी लापरवाही कैसे जानलेवा साबित हो सकती है और इसी चक्कर में बच्चे की जान चली गई।