बुरी आदतों को सुधारना ही भगवान का भजन है : जीयर स्वामी

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show चन्दौली महुअरकला गांव में श्रीमद भागवत कथा के बारे में पांचवे व अंतिम दिन सन्त लक्ष्मी प्रपत्र जीयर स्वामी ने कहा कि माता देवहुति ने अपने पुत्र भगवान कपिलदेव जी से पूछा कि आत्मोद्धार कैसे हो सकता है। उन्होंने बताया कि आत्मोद्धार का सबसे सरल तथा सहज उपाय यह है कि मन को जगत् के
 

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चन्दौली महुअरकला गांव में श्रीमद भागवत कथा के बारे में पांचवे व अंतिम दिन सन्त लक्ष्मी प्रपत्र जीयर स्वामी ने कहा कि माता देवहुति ने अपने पुत्र भगवान कपिलदेव जी से पूछा कि आत्मोद्धार कैसे हो सकता है। उन्होंने बताया कि आत्मोद्धार का सबसे सरल तथा सहज उपाय यह है कि मन को जगत् के साथ साथ जगदीश में भी जोड़िए। मन को केवल जगदीश में जोड़ना संभव नही है। उसी प्रकार से जगदीश में यदि संबंध जोड़ लेते हैं तो सही मायने में हमें जगत का संबंध पास कर लेगा। जगत् का व्यवहार हमें पास कर देगा। अगर जगदीश से संबंध में पास नही करते हैं तो व्यवहार से जगत् से पास होने के बाद भी फेल माने जाएंगे। इसलिए जगत् की व्यवस्था में  रहें लेकिन जगदीश से संबध जोड़ कर रहें।

कहीं किसी कारण से जाने अनजाने में बुरी आदत जो हो उसको त्यागीए। हरपल, हर क्षण उसके जीवन का कार्य हमारा भजन बन जाएगा। श्रीमद्भागवत महापुराण में बताया गया है बंधन और मोक्ष का कारण मन है। यदि जगदीश में फंसा हुआ है तो मोक्ष है। यदि मन कहीं जगत् में फंसा हुआ है तो बंधन है। मोक्ष का सरल और सहज साधन,मन है। मन को अपने आप में दुनिया से समेट लिए तो ठीक है। यदि मन को दुनिया में लगा दिए तो कहीं न कहीं उलझन में फंसना जरूरी है।

सत्य ही नारायण हैं, नारायण ही सत्य हैं। भक्ति को पुष्ट करने के लिए 15 साधन बताया गया है। पहला यम नियमादि का पालन करना। वाणी भी सत्य होना चाहिए, भोजन भी सत्य होना चाहिए, व्यवहार भी सत्य होना चाहिए। हमारी धारणा, ध्यान भी सत् होना चाहिए,  इसी का नाम सत्य है। क्योंकि नारायण ही सत्य हैं, सत्य ही नारायण  हैं। अगर नारायण से हमारा प्रेम नही हुआ तो हमारे द्वारा जो सत्य बोला गया है सत्य बोलने पर भी उसका फल प्राप्त नही होगा।

मीडिया प्रभारी अखिलेश बाबा ने बताया कि 6 नवंबर से 10 नवंबर तक चहनियाँ प्रखंड के मोहमदपुर तीरगांवा में तथा 11 नवम्बर से 15 नवम्बर तक सराय में स्वामी जी का ज्ञान यज्ञ होगा।