कमालपुर बाजार दो व्यापारी नेताओं के अलग अलग फरमान, कंफ्यूजन में छोटे व्यापारी
 

व्यापार मंडल अध्यक्ष शंकर प्रसाद गुप्ता का कहना है कि हमें शुरू से ही व्यापारियों के हित के बारे में सोचना चाहिए। हर महीने की 1 तारीख और 15 तारीख को व्यापारी अपनी दुकानों को पूर्णत बंद करेंगे व कच्चे सौदे बेचने वाले अपनी स्वेच्छा से खोलने या बंद रखने के लिए स्वतंत्र रहेंगे।
 

बंदी को लेकर छोटे व्यापारी असमंजस में

1 तारीख और 15 तारीख को होनी है बाजार की बंदी

 दोनों गुटों में अलग अलग राय होने से बना है कंफ्यूजन

चंदौली जिले के कमालपुर कस्बे में दो व्यापार मण्डल अध्यक्षों के अलग अलग फरमान हैं, जिससे व्यापारियों व लोगों में कंफ्यूजन रहता है। 1 तारीख और 15 तारीख को व्यापारियों को अपनी दुकानों को पूर्णतया बंद रखने के फरमान को पालन कराने को लेकर दोनों गुटों में अलग अलग राय है।

 यहां पर दो संगठन हैं और एक के अध्यक्ष शंकर प्रसाद गुप्ता हैं, बनवारी लाल कंछल गुट के हैं। वहीं दूसरे गुट के अध्यक्ष सुदामा जायसवाल हैं। वह श्याम बिहारी गुट के नेता हैं। दोनों व्यापार मण्डल अध्यक्षों के अलग अलग राय से बाजार बन्दी को लेकर छोटे व्यापारियों में परेशानी का माहौल है।

शंकर प्रसाद गुप्ता का कहना है कि छोटे व्यापारी और ठेला, खुमचा, चाय पान और सब्जी की दुकानें खुली रहेंगी, जिससे आम लोगों व छोटी मोटी आजीविका चलाने वाले को कोई परेशानी न हो। वहीं सुदामा जायसवाल का कहना है कि व्यापारियों की बन्दी से संगठन में एकता का सन्देश जाता है। इसीलिए सबको अपनी दुकानें बंद रखना है। 

आपको बता दें कि कमालपुर बाजार लगभग 2 किमी में स्थित है और काफी बड़ी बाजार होने से कई छोटी बड़ी दुकानें हैं, जिसमें लगभग 56 गांवों के लोग नियमित बाजार करने आते हैं। हर तरह की सामग्रियों का व्यापार होता है और बाजार बड़ी होने के कारण यहां का व्यापार भी बड़ा है। 

व्यापार मंडल अध्यक्ष शंकर प्रसाद गुप्ता का कहना है कि हमें शुरू से ही व्यापारियों के हित के बारे में सोचना चाहिए। हर महीने की 1 तारीख और 15 तारीख को व्यापारी अपनी दुकानों को पूर्णत बंद करेंगे व कच्चे सौदे बेचने वाले अपनी स्वेच्छा से खोलने या बंद रखने के लिए स्वतंत्र रहेंगे। हर व्यापारी की अपनी व्यक्तिगत, पारिवारिक और व्यावसायिक जरूरतों को पूरा करने के लिए यह बंदी बहुत ही आवश्यक है। परन्तु गरीब तबका और फुटपाथ पर दुकानें लगा कर आजीविका चलाने वालों को इससे छूट दी गयी है।  

वहीं सुदामा जायसवाल ने आज जो दुकानें खुली दिखीं उन पर जाकर बंद कराने की कोशिश की और कहा कि सबको अपनी दुकान बंद रखना है। बंदी से व्यापारियों की एकता का पता चलता है।