BJP सरकार में यहां नहीं पहुंचा विकास, कब तक खेत की मेड़ से होकर स्कूल जाएंगे बच्चे  

नियामताबाद विकासखंड के कुंडाखुर्द गांव में 2006-07 में गांव सभा की जमीन पर पाठशाला का निर्माण कराया गया था। अभिभावकों ने सोचा कि स्कूल बनने से बच्चे के भविष्य को देखते हुए अच्छी शिक्षा मिलेगी।
 

पगडंडी से स्कूल जाने को विवश है बच्चे

18 साल पहले बना था स्कूल

आज तक कोई सरकार नहीं बनवा पायी है रास्ता

चंदौली जिले के सकलडीहा क्षेत्र के कुंडा खुर्द गांव स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय के बच्चे आज भी खेत की मेड़ से होकर स्कूल जाने को विवश हैं। स्कूल बने 18 वर्ष हो चुके हैं लेकिन आज तक स्कूल आने जाने के लिए रास्ता नहीं बन पाया है।

आपको बता दें कि ग्राम प्रधान और विद्यालय प्रभारी ने कई बार शिक्षा और जिला प्रशासन से शिकायत किया है, उसके बाद भी आज तक रास्ता नहीं बनवाया गया है।

बताते चलें कि नियामताबाद विकासखंड के कुंडाखुर्द गांव में 2006-07 में गांव सभा की जमीन पर पाठशाला का निर्माण कराया गया था। अभिभावकों ने सोचा कि स्कूल बनने से बच्चे के भविष्य को देखते हुए अच्छी शिक्षा मिलेगी। वहीं स्कूल तो बना दिया गया पर बच्चों के आने-जाने के लिए आज तक रास्ता नहीं बनवाया गया है। इससे बच्चे खेतों की मेड़ों से होकर स्कूल आने-जाने को विवश हैं।

बच्चों को स्कूल आने-जाने में सबसे अधिक परेशानी बरसात के दिनों में होती है। उस समय चारों तरफ खेतों में पानी ही पानी भरा होता है। पानी के बीच से होकर स्कूल जाने को विवश बच्चे गिरकर चोटिल भी हो जाते हैं। साथ ही उनमें जहरीले जंतुओं के काटने का भय भी बना रहता है।

बच्चों के अभिभावकों व ग्राम प्रधान ने जिला प्रशासन से स्कूल आने-जाने के लिए रास्ते का निर्माण कराने की मांग की है।