पिपरी में कलश यात्रा के साथ शुरू हुआ महामृत्युंजय यज्ञ, स्वामी अनंतानन्द सरस्वती महाराज कराएंगे यज्ञ

धीना थाना क्षेत्र के पिपरी गांव में राजगुरु मठ पीठाधीश्वर काशी जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अनंतानन्द सरस्वती महाराज के नेतृत्व में शनिवार को महामृत्युंजय यज्ञ के लिए गाजे बाजे के साथ कलश यात्रा निकाली गयी
 

महामृत्युंजय यज्ञ के लिए गाजे बाजे के साथ कलश यात्रा

कई गांवों से गुजरी कलश यात्रा

सिर पर कलश में जल लेकर किया गया गांव का भ्रमण

 

चंदौली जिले के धीना थाना क्षेत्र के पिपरी गांव में राजगुरु मठ पीठाधीश्वर काशी जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अनंतानन्द सरस्वती महाराज के नेतृत्व में शनिवार को महामृत्युंजय यज्ञ के लिए गाजे बाजे के साथ कलश यात्रा निकाली गयी, जिसमें पुरुष, महिलाओं, युवाओं व युवतियां ने सैकड़ों की संख्या में सिर पर कलश में जल लेकर गांव का भ्रमण किया। 

बताया जा रहा है कि ये कलश यात्रा नोनार, तुलसी आश्रम, धीना, खजरा, जनौली ,कमालपुर, पसाई होते हुए महामृत्युंजय यज्ञ मंडप में पहुंची। मौके पर प्रमुख यज्ञाचार्य आचार्य पंडित नरेंद्र भार्गव सहित विद्वान पंडितों ने मंत्रोच्चार के साथ कलश स्थापना करवाया।

नरवन के पिपरी गांव में ग्रामीणों के सहयोग से बाबा दुखहरन नाथ मंदिर परिसर में महामृत्युंजय महायज्ञ के लिए मंडप बनाया गया हैं। गांव के तालाब से जल भर कर कुवारी कन्याएं, माताएं, बहनें एवं  पुरुष युवा कलश यात्रा में शामिल रहे। यज्ञ मंडप में कलश स्थापना के साथ पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। दुखहरन नाथ मंदिर परिसर में महामृत्युंजय यज्ञ के शुरुआत के बाद श्रीराम कथा का आयोजन किया गया। कथावाचक अयोध्या के दिलीप शास्त्री ने श्रीराम कथा सुनाकर उपस्थित लोगों का मन मोह लिया। 

कथावाचक दिलीप शास्त्री ने  कहा कि भगवान श्री राम का नाम लेने मात्र से जीवन धन्य हो जाता है। राम नाम में बहुत बड़ी शक्ति है। इसलिए आज भी राम की महत्ता है।

आयोजक रमेश राय ने बताया कि आगामी 24 नवंबर तक महामृत्युंजय यज्ञ व श्रीराम कथा का आयोजन किया गया है।प्रत्येक दिन सुबह 9 बजे से 11 बजे तक यज्ञ, शाम 4 से 6 बजे तक श्रीराम कथा व देर शाम 7 बजे से 8 बजे तक भजन कीर्तन का आयोजन होगा। उक्त कार्यक्रम में सभी क्षेत्रीय व गांव के लोग आमंत्रित हैं। 

इस दौरान यज्ञ के मुख्य यजमान संजय सिंह उर्फ बबलू सिंह अध्यक्ष भारतीय कुश्ती संघ भारत,  डॉ हरेंद्र राय सदस्य उत्तर प्रदेश शिक्षा चयन बोर्ड,रमेश राय, राधेश्याम राय, ज्वाला सिंह , डॉ. वेदव्यास राय, विजयशंकर राय, दीपक श्रीवास्तव, आलोक राय, नन्दलाल दुबे, गंगा प्रसाद सिंह, कामेश्वर राय, राधेश्याम राजभर, पमपम राय, सोनू राय आदि रहे।