डेढ़ महीने से चल रहे अखंड रामचरितमानस पाठ का भंडारे के साथ हुआ समापन
 

इस वर्ष अधिक मास 18 जुलाई से आरंभ हुआ और 16 अगस्त तक चला था, लेकिन 15 दिन शुद्ध श्रावण मास में भी रामचरितमानस का अखंड पाठ चलता रहा।
 

सकलडीहा क्षेत्र के तेनुवट गांव में मलमास में होता है आयोजन

महीने भर चलता है अखंड पाठ

18 जुलाई से लेकर 31 अगस्त तक चला पूजापाठ

चंदौली जनपद के सकलडीहा क्षेत्र के तेनुवट गांव में अधिक मास (मलमास) के उपलक्ष्य में आयोजित अखंड रामचरितमानस पाठ का आयोजन 18 जुलाई से लेकर 31 अगस्त तक आयोजित किया गया था।
यह आयोजन प्रति तीन वर्ष में पड़ने वाले अधिक मास (मलमास) में किया जाता रहा है। लोक कल्याण की भावना के साथ तेनुअट गांव के ठाकुरवाड़ी हनुमान मंदिर में यह आयोजन हर तीसरे वर्ष पढ़ने वाले अधिक मास (मलमास) में किया जाता है।

जानकारी में बताया जा रहा है कि इस वर्ष अधिक मास 18 जुलाई से आरंभ हुआ और 16 अगस्त तक चला था, लेकिन 15 दिन शुद्ध श्रावण मास में भी रामचरितमानस का अखंड पाठ चलता रहा। अधिक मास में अखंड रामचरितमानस पाठ के आयोजन के सूत्रधार ब्रह्मलीन कृष्ण कांताचार्य जी थे। उन्हीं के सानिध्य में पूर्व में यह कार्यक्रम होता रहा है। उनके दिवंगत होने के बाद भी ग्रामवासियों के सहयोग से इस वर्ष भी भव्य रुप से यह धार्मिक कार्यक्रम संपन्न हुआ।  45 दिन के इस आयोजन का समापन 31 अगस्त को रामचरितमानस जी के पूर्णाहुति हवन एवं भंडारे के साथ संपन्न हुआ।

यह कार्यक्रम संत श्री सुनील दास जी के सानिध्य में पूरे ग्रामवासियों के सहयोग से चलता रहा। पाठ करने वाले में मुख्य रूप से सुमंत चौबे, राजेंद्र पांडे, रविंद्र पांडे, गोविंद पांडे, अमित पांडे सोनू, अनिल कुमार तिवारी, नारायण दास जी के साथ ग्रामवासी भी रहे।