ओनावल गांव में कर्जे में डूबी महिला ने की आत्महत्या, समूह से ले रखा थो लोन
फांसी का फंदा लगाकर चांदनी ने की आत्महत्या
50 हजार का ले रखा था समूह से लोन
कर्ज न चुका पाने से थी परेशान
जानकारी में बताया जा रहा है कि विवाहिता ने समूह के माध्यम से कर्ज लिया था और अपना कर्ज चुका नहीं पाने के कारण परेशान थी। लोगों की सूचना पर पहुंची सकलडीहा कोतवाली पुलिस ने विवाहिता के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए पीड़ित परिवार ने बताया कि ओनावल गांव के एक टोला में जगत नारायण राजभर अपने दो बेटे पिंटू राजभर और सुनील राजभर रहते हैं। उनके दोनों बेटे अलग-लग रहा करते हैं। इसमें से सुनील राजभर की शादी 8-9 साल पहले वाराणसी जिले में नंदलाल राजभर की सबसे बड़ी बेटी चांदनी से हुई थी। चांदनी के दो पुत्र 6 वर्षीय आयुष और 5 वर्षीय अरुण हैं।
परिवार के लोगों ने कहा कि सुनील की पत्नी चांदनी परिवार की परवरिश के लिए महिला समूह के माध्यम से करीब 50 से 60 हजार का कर्ज ले रखा था। पति जीविकोपार्जन के लिए मजदूरी का काम कर रहा था। हर महीने कर्ज भरने का दबाव पत्नी पर बढ़ रहा था, जिससे परिवार में आए दिन किचकिच होती रहती थी। पत्नी कर्ज से परेशान थी। इसीलिए उसने घर के सीलिंग फैन के उस साड़ी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।
इस घटना के करीब 2 घंटे बाद जब परिवार के लोगों को जानकारी हुई तो उन्होंने उसके शव को उतारा, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। घटना की जानकारी होने पर सुनील के पिता जगतनारायण और माता उर्मिला ने फोन करके सबको सूचना दी। मायका पक्ष भी सूचना पर पहुंच गया।
इस दौरान पुलिस ने महिला के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। बेटी की मौत सुनते ही उसके पिता नंदलाल राजभर, माता रेखा राजभर सहित उसकी दो बहनें भी मौके पर पहुंच गयीं और उसके इस कदम से आहत दिखीं।