मोदी-योगी की फोटो ढ़कने में परहेज कर रहे हैं चंदौली के अधिकारी, देख लीजिए नमूना

निर्वाचन आयोग का सीधा निर्देश है कि आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद शासन के योजनाओं के साथ सत्ताधारी लोगों की फोटो या प्रचार सामग्री नहीं दिखनी चाहिए।
 

पुलिस पिकेट के सामने उड़ाई जा रही हैं आदर्श आचार संहिता की धज्जियां

बलुआ थाने के पास दिख रही है तस्वीरें

एक-दूसरे पर दोषारोपण कर रहे अधिकारी

चंदौली जनपद के  बलुआ थाना के चंद कदमों पर बनी पुलिस पिकेट पर लोक निर्माण विभाग के लगे बोर्ड पर आज भी सरकार के योजनाओं के प्रचार वाला बोर्ड लगा हुआ है। सबसे बड़ी बात है कि जहां बलुआ थाना क्षेत्र से मात्र 100 मीटर की दूरी पर पुलिस बूथ बना हुआ है। वहीं पर आदर्श आचार संहिता की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।

 दूसरों को आदर्श आचार संहिता का पाठ पढ़ाने वालों द्वारा ही खुद ही इस तरह की लापरवाही बरती जा रही है। यह एक जगह का ही मामला नहीं है, बल्कि बलुआ से चहनिया बाजार तक तीन-तीन जगह  पर लगे बोर्ड पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी सहित विभागीय मंत्री की फोटो लगी हुई है।

निर्वाचन आयोग का सीधा निर्देश है कि आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद शासन के योजनाओं के साथ सत्ताधारी लोगों की फोटो या प्रचार सामग्री नहीं दिखनी चाहिए।

सरकारी संस्थानों पर आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद चुनाव प्रचार की सामाग्रियों व शासन के योजनाओं के बोर्डों को हटाने के लिए जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे व पुलिस अधीक्षक डॉक्टर अनिल कुमार खुद ही सड़क पर निकले थे और सभी मातहतों को निर्देश भी दिया था कि कहीं भी इस तरह की शासन से जुड़ी योजनाओं का बोर्ड ना दिखे। उसके बावजूद भी पुलिस के सामने ही खुलेआम आदर्श आचार संहिता की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।

देश के प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री की फोटो को न ढकना जनता में चर्चा का विषय बना है। हालांकि इस संबंध में बलुआ थाना अध्यक्ष शैलेश मिश्रा ने बताया कि बोर्ड को ढकने के लिए चहनिया ब्लॉक के एडीओ पंचायत को सूचित कर दिया गया था, उनके द्वारा ढकने की कार्यवाही नहीं की गई है। जबकि क्षेत्राधिकारी सकलडीहा रघुराज ने बताया कि तत्काल मामला प्रकाश में आते हैं इस बोर्ड को ढकने के कार्यवाही करायी जा रही है।