आधा दर्जन लिंक माइनरों में अभी भी पानी का इंतजार, DM साहब का फरमान हो रहा है फेल
धान की नर्सरी सूखने के कगार पर
जिलाधिकारी के निर्देशों के बावजूद टेल तक नहीं पहुँचा पानी
आखिर क्यों नहीं एक्टिव हो रहे सिंचाई विभाग के अफसर
चंदौली जिले के बरहनी विकासखंड के अमड़ा मुख्य नहर से जुड़ी आधा दर्जन लिंक माइनर नहरों में अब तक पानी की आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी है। जिलाधिकारी चंद्र मोहन गर्ग ने बीते मंगलवार को स्थलीय निरीक्षण के दौरान अधिशासी अभियंता को स्पष्ट निर्देश दिए थे कि नहरों के टेल तक पानी पहुँचाना अनिवार्य है। लेकिन छह दिन बीतने के बावजूद धीना, बरली, सुढना, जलालपुर समेत कई माइनरों में पानी अब तक नहीं पहुँचा, जिससे किसानों में भारी रोष है।
किसान मुन्ना सिंह ने बताया कि हम लोग लगातार अधिकारियों को कॉल कर रहे हैं, लेकिन कोई भी जिम्मेदार जवाब नहीं दे रहा। हमारी धान की नर्सरी सूखने के कगार पर है। खेतों की तैयारी पानी के अभाव में बेकार हो रही है।
अधिशासी अभियंता हरेंद्र कुमार ने मीडिया से बातचीत में कहा, "नहरों को टेल तक पहुँचाने का प्रयास जारी है। मैं अभी एसडीओ से माइनर वार लोकेशन ले रहा हूँ कि कहाँ तक पानी पहुँचा है। कोशिश है जल्द सभी माइनर में पानी दिखने लगेगा।"
वहीं किसान नेता दुर्गेश सिंह ने कहा, "प्रशासनिक दावे और जमीनी हकीकत में भारी अंतर है। जब तक अधिकारी खुद माइनरों की वास्तविक स्थिति नहीं देखेंगे, समस्या का समाधान असंभव है। कई अधिकारी केवल फोन से बात कर गलत रिपोर्ट दे रहे हैं।"
धान की रोपाई का समय नजदीक है और जल संकट की वजह से किसानों की फसलें और मेहनत दोनों खतरे में हैं। यदि शीघ्र समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
यह मामला कृषि व्यवस्था और प्रशासनिक निष्क्रियता पर गहरी चिंता उत्पन्न करता है, और स्थानीय प्रशासन की जवाबदेही को सुदृढ़ करने की माँग करता है।