बिजली विभाग की लापरवाही से एक और मौत, जानलेवा हाईटेंशन तार की चपेट में आने से महिला की मौके पर मौत
हाइटेंशन तार टूटकर गिरा बनी मौत का जाल
घास काटने गई बुजुर्ग महिला आई चपेट में
70 वर्षीय बेचना देवी की मौके पर मौत
विद्यालय के पास हुआ हादसा
छात्रों ने दी पुलिस व गांव वालों को सूचना
चंदौली जनपद के सकलडीहा कोतवाली क्षेत्र के तेनुवट गांव में बुधवार को बिजली विभाग की घोर लापरवाही के कारण एक दर्दनाक हादसा हो गया। गांव की 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला बेचना देवी पत्नी झेंगुरी विश्वकर्मा घास काटने निकली थीं। विद्यालय के समीप रास्ते पर अचानक उनका पैर 11 हजार वोल्ट के गिरे हुए हाइटेंशन तार से टकरा गया। करंट की चपेट में आते ही महिला की मौके पर मौत हो गई।
विद्यालय के पास घटी घटना
यह घटना उस स्थान पर हुई, जहाँ से विद्यालय जाने वाले बच्चे रोजाना गुजरते हैं। सुबह जब कुछ छात्र स्कूल की ओर जा रहे थे तो उन्होंने देखा कि रास्ते में गिरे तार में फंसी एक महिला जमीन पर पड़ी है। छात्रों ने तत्काल विद्यालय के प्रधानाध्यापक को इसकी जानकारी दी। प्रधानाध्यापक ने ग्राम प्रधान के जरिए महिला के परिजनों को सूचित किया। लेकिन जब तक परिजन मौके पर पहुंचे, तब तक बेचना देवी की जान जा चुकी थी।
ग्रामीणों में आक्रोश
हादसे की सूचना मिलते ही आसपास के ग्रामीण मौके पर जुट गए। उन्होंने तुरंत बिजली विभाग को फोन कर लाइन कटवाई और डंडों की मदद से तार को रास्ते से हटाया। ग्रामीणों का आरोप है कि यह पूरी तरह से बिजली विभाग की लापरवाही का नतीजा है। वर्षों से पुराना तार जर्जर अवस्था में था, लेकिन विभाग ने कभी इसकी मरम्मत या बदलाव की जहमत नहीं उठाई।
बच्चों की जान भी पड़ सकती थी खतरे में
ग्रामीणों ने गहरी नाराजगी जताते हुए कहा कि यदि करंट की चपेट में विद्यालय का कोई बच्चा आ जाता, तो स्थिति और भी भयावह हो सकती थी। यह संयोग ही रहा कि घटना के समय वहां बच्चे नहीं गुजर रहे थे, अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था।
पुलिस की कार्यवाही
सूचना पर सकलडीहा कोतवाली पुलिस भी मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस मामले की जांच की जा रही है। वहीं परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है और गांव में शोक की लहर फैल गई है।
ग्रामीणों की मांग
ग्रामीणों ने मृतका के परिजनों को उचित मुआवजा देने के साथ-साथ बिजली विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि जब तक विभाग पुराने तारों को बदलकर सुरक्षित व्यवस्था नहीं करेगा, तब तक ऐसे हादसे होते रहेंगे।