महुंजी गांव की मल्लाह बस्ती के लोगों में जनप्रतिनिधियों के प्रति आक्रोश

धानापुर के महुंजी गांव में आज भी मल्लाह बस्ती में विकास का छवि देखकर आप भी हो जाएंगे दंग, क्योंकि गांव के पास से गंगा तो बह रही है लेकिन विकास की गंगा की जगह पर विनाश की गंगा की छवि देखने को मिल रही है।
 

महुंजी गांव की मल्लाह बस्ती के लोगों में आक्रोश

प्रधान व जनप्रतिनिधियों का विकास देखकर हो जायेंगे हैरान

मल्लाह बस्ती के साथ हो रही है नाइंसाफी

चंदौली जिले के विकासखंड धानापुर के महुंजी गांव में आज भी मल्लाह बस्ती में विकास का छवि देखकर आप भी हो जाएंगे दंग, क्योंकि गांव के पास से गंगा तो बह रही है लेकिन विकास की गंगा की जगह पर विनाश की गंगा की छवि देखने को मिल रही है। एक तरफ गंगा का कहर तो दूसरी तरफ ग्राम के प्रधान व जनप्रतिनिधियों का विकास देखकर आप भी कहेंगे कि मल्लाह बस्ती के साथ हो रही है नाइंसाफी।
 

बता दें कि धानापुर ब्लाक विकासखंड के महुंजी ग्राम सभा में मल्लाह बस्ती के लोगों को आज तक आने जाने के लिए  सुव्यवस्थित रास्ता नहीं मिल सका, क्योंकि यहां गांव की राजनीति के साथ-साथ मल्लाह  बस्ती के बारे में कोई सोचने का जहमत भी नहीं उठता। आज भी यहां के लोग कीचड़ व खराब रास्ते से जाने के लिए मजबूर होना पड़ता है ।  बस्ती के लोगों के नाली के पानी का निकासी ना होने के कारण लोग कीचड़ से होकर जाने के लिए विवश रहते हैं । वही इस मामले पर ना ही जनप्रतिनिधि का कोई ध्यान आकृष्ट होता है और ना ही यहां के ग्राम प्रधान का ध्यान जाता है।

जानकारी के अनुसार जल निकासी एवं रास्ते के मामले को लेकर यहां के मल्लाह बस्ती के लोगों का आक्रोश जनप्रतिनिधियों के साथ की प्रधान पर भी है । उनका कहना है कि नेताओं द्वारा जब चुनाव आता है तो वोट मांगने के लिए तरह-तरह के वादे किए जाते हैं लेकिन चुनाव जीतने के बाद 5 साल तक जनप्रतिनिधि ना ही समस्या को दूर करते हैं और ना यहां के लोगों का कोई दुख दर्द बांटते हैं । जिस का अंदाजा आप यहां के लोगों को देखकर खुद ही लगा सकते हैं।

इस संबंध में जब ग्राम प्रधान अनुसूया देवी के पति सेचू बिंद ने बताया कि बस्ती के लोगों के लिए इस मामले पर हम कुछ नहीं कर सकते क्योंकि एक तरफ किसानों का खेत है । वह भी क्षत्रिय समाज के लोगों का है और दूसरे तरफ गंगा का कक्षार इसलिए इस समस्या का निराकरण मेरे बस का नहीं है। ना ही हम मल्लाह बस्ती के लोगों को किसी प्रकार की सुविधा प्रदान कर सकते हैं।

 अब ऐसी स्थिति में मल्लाह वोट की राजनीति करने वाले लोग इस बस्ती को किस तरह से इस समस्या से निजात दिलाते हैं या वोट की राजनीति करने में जुटे रहते हैं । वहीं सरकार द्वारा साथ सबका विकास करने का दावा ऐसे ही जगहों पर खोखला दिखता है या वहां भी विकास हो सकता है।