नेकनामपुर गौशाला का हाल जानने पहुंचे SDM कुंदन राज कपूर, काऊ कोट और अलाव के निर्देश देने के पहले देखी बदहाली
सकलडीहा एसडीएम ने नेकनामपुर गौशाला का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की पोल खोली। 130 गोवंशों के भरण-पोषण, बीमार पशुओं के उपचार और ठंड से बचाव के लिए उन्होंने अधिकारियों को सख्त हिदायत दी और नई भूमि भी चिन्हित की।
एसडीएम ने किया गौशाला औचक निरीक्षण
130 गोवंशों का रखरखाव सुनिश्चित करने का फरमान
बीमार पशुओं का तत्काल उपचार कराने के लिए फटकार
शवों के निस्तारण हेतु भूमि चिन्हित करने का आदेश
ठंड से बचाव हेतु काऊ कोट देने का निर्देश
चंदौली जनपद अंतर्गत सकलडीहा तहसील क्षेत्र में गोवंश संरक्षण को लेकर प्रशासनिक अमला पूरी तरह सक्रिय मोड में नजर आ रहा है। मंगलवार को उप जिलाधिकारी (एसडीएम) सकलडीहा कुंदन राज कपूर ने नेकनामपुर स्थित सरकारी गौशाला का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने गौशाला परिसर में पहुंचकर वहां की जमीनी हकीकत जानी और व्यवस्थाओं का बारीकी से मिलान किया। निरीक्षण के समय गौशाला में कुल 130 गोवंश मौजूद पाए गए, जिनके खान-पान, आवास और स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं का एसडीएम ने गहराई से अवलोकन किया।
बीमार गोवंशों का तत्काल उपचार के निर्देश
निरीक्षण की कार्यवाही के दौरान उप जिलाधिकारी को जानकारी मिली कि गौशाला में दो गोवंश बीमार चल रहे हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसडीएम ने मौके पर ही पशु चिकित्सा अधिकारी को तलब किया और बीमार पशुओं का उचित उपचार सुनिश्चित कराया। उन्होंने स्पष्ट किया कि पशुओं के लिए दवाओं की मुकम्मल व्यवस्था कर दी गई है और डॉक्टरों को निर्देश दिया गया है कि वे नियमित रूप से उनके स्वास्थ्य की निगरानी करें। एसडीएम ने चेतावनी दी कि यदि स्वास्थ्य सुविधाओं में किसी भी प्रकार की कोताही पाई गई तो संबंधित के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।
ठंड से बचाव और पर्याप्त चारे के निर्देश
बढ़ती हुई शीतलहर और कड़ाके की ठंड को देखते हुए उप जिलाधिकारी ने गौशाला प्रशासन को विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी 130 गोवंशों के लिए काऊ कोट, पर्याप्त अलाव और ठंड से बचने के अन्य पुख्ता इंतजाम किए जाएं। इसके साथ ही उन्होंने भूसा, हरा चारा और स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने संबंधित कर्मचारियों को निर्देशित किया कि पशुओं को समय पर भोजन दिया जाए और गौशाला के भीतर स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाए ताकि संक्रमण का खतरा न रहे।
शव निस्तारण स्थल का चिन्हांकन और सुपुर्दगी
गौशाला प्रबंधन की एक पुरानी और महत्वपूर्ण समस्या का समाधान करते हुए उप जिलाधिकारी ने भविष्य की सुरक्षा के लिहाज से शव निस्तारण स्थल को भी चिन्हित किया। उन्होंने गौशाला परिसर से लगभग 200 मीटर की दूरी पर एक सुरक्षित भूमि का चयन किया और उसे विधिवत रूप से गौशाला प्रबंधन को सुपुर्द कर दिया। इस पहल से मृत गोवंशों के शवों के निस्तारण में होने वाली असुविधा और पर्यावरण संबंधी चिंताओं को दूर किया जा सकेगा। निरीक्षण के दौरान एसडीएम के साथ खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) धानापुर और अन्य विभागीय कर्मचारी भी उपस्थित रहे।