बाढ़ के खतरे को देख प्रशासन हुआ मुस्तैद, लोगों को सुरक्षित करने के लिए कवायद तेज
 

चंदौली जनपद के गंगा तटवर्ती इलाकों में कुल 15 बाढ़ राहत चौकियां है। इसमें सबसे ज्यादा गंगा से प्रभावित क्षेत्र सकलडीहा तहसील के दर्जनों गांव है।
 

उपजिलाधिकारी सकलडीहा हो गए एक्टिव

अनुपम मिश्रा ने गंगा के तटवर्ती इलाकों का किया दौरा

बाढ़ राहत चौकियों को पर तैनात लोगों को किया सक्रिय

चंदौली जनपद के गंगा तटवर्ती क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा लोगों को सताने लगा है जिसको देखते हुए चंदौली जिला प्रशासन भी लोगों को सुरक्षित रखने के लिए मुस्तैद हो गया है सबसे ज्यादा गंगा से सकलडीहा तहसील का तटवर्ती इलाका प्रभावित होता है।

 उपजिलाधिकारी सकलडीहा अनुपम मिश्रा गंगा के तटवर्ती इलाकों में बनाई गई बाढ़ राहत चौकियों का निरीक्षण कर ड्यूटी पर लगाए गए राजस्व कर्मियों को मुस्तैद रहने का निर्देश दिया है। वही तटवर्ती गांव के ग्रामीणों को मुनादी फिराकर सुरक्षित स्थान पर विशेष परिस्थितियों में जाने के लिए अपील भी किया है।
 आपको बता दें कि चंदौली जनपद के गंगा तटवर्ती इलाकों में कुल 15 बाढ़ राहत चौकियां है। इसमें सबसे ज्यादा गंगा से प्रभावित क्षेत्र सकलडीहा तहसील के दर्जनों गांव है।

 बाढ़ के  खतरे को देखते हुए सकलडीहा उपजिलाधिकारी अनुपम मिश्रा ने प्रभावित होने वाले इलाकों का निरीक्षण किया। वहीं तहसील क्षेत्र में पड़ने वाले 12 बाढ़ चौकियों को तत्काल प्रभाव से क्रियाशील करते हुए उन पर लगाए गए सभी कर्मियों को मुस्तैद रहने का निर्देश दिया।

सभी बाढ़ चौकियों पर राजस्व निरीक्षक व लेखपालों की ड्यूटी लगा दी गई है। उनकी उपस्थिति सुनिश्चित कि जा रही है।

उप जिलाधिकारी ने छोटी और बड़ी नावों का सत्यापन करने के लिए राजस्व निरीक्षक व लेखपाल को लगाकर नाविकों को तैनात कर दिया है। इसके साथ ही बलुआ थाने पर आकस्मिक स्थिति के लिए 6 गोताखोर मौजूद रहेंगे। जल पुलिस को मारूफपुर एवं बलुआ में तैनात कर दी गई है।

बाढ़ से सर्वाधिक प्रभावित होने की उम्मीद मारूफपुर, नादी, निधौरा, बलुआ, दिया, तिरगांवा, प्रसहटा सहित अन्य गावों में मुनादी के माध्यम से सभी से सुरक्षित स्थानों पर विशेष परिस्थितियों में जाने के लिए अपील भी की गई।

इस संबंध में उप जिलाधिकारी सकलडीहा अनुपम मिश्रा ने बताया कि गंगा में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए बाढ़ चौकियों को पूरी तरह से सक्रिय कर दिया गया है और वहां राजस्व कर्मियों की ड्यूटी लगा दी गई है। ज्यादा प्रभावित होने वाले इलाकों में मुनादी फिरा कर लोगों को विशेष परिस्थितियों में सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए अपील भी किया गया है। लगातार बढ़ते जलस्तर को देखते हुए गंगा तटवर्ती इलाकों में हम लोगों द्वारा चक्रमण किया जा रहा है।