शहीद चंदन राय के नाम का लग गया पुल पर पत्थर, पक्की हो गयी मुख्यमंत्री की घोषणा

चंदन राय के शहीद होने के बाद उनके नाम पर वाराणसी चंदौली को जोड़ने वाले गंगा पर बने पक्के पुल का नामकरण की मुख्यमंत्री ने घोषणा तो पहले कर दी थी, जिसको फलीभूत करते हुए शहीद चंदन राय के नाम का पुल पर बोर्ड लगाया गया है। बोर्ड लगते ही शहीद चंदन राय के शुभ चिंतकों में खुशी की की लहर दौड़ गई।
 
भाजपा सरकार जो कहती है उसे करके दिखाती है इसको साबित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कर दिया है।
 

 चंदौली जनपद के सकलडीहा विधानसभा के नदेसर मारुफपुर गांव के निवासी चंदन राय के शहीद होने के बाद उनके नाम पर वाराणसी चंदौली को जोड़ने वाले गंगा पर बने पक्के पुल का नामकरण की मुख्यमंत्री ने घोषणा तो पहले कर दी थी, जिसको फलीभूत करते हुए शहीद चंदन राय के नाम का पुल पर बोर्ड लगाया गया है। बोर्ड लगते ही शहीद चंदन राय के शुभ चिंतकों में खुशी की की लहर दौड़ गई।


इस संबंध में भाजपा नेता केएन पांडे ने बताया कि राष्ट्रवादी सोच रखने वाली भाजपा सरकार सीमा पर हो या देश के अंदर जहां भी लोग देश भक्ति का कार्य कर रहे हैं और देश के लिए कुर्बान होते हैं, उनके लिए भाजपा सरकार सम्मान देने का कार्य करती है। इसका परिणाम है कि शहीद चंदन राय के नाम को याद रखने के लिए वाराणसी चंदौली को जोड़ने वाले गंगा पुल का नामकरण कर बोर्ड लगा दिया है। यह ऐतिहासिक कार्य भाजपा ही कर सकती है। यह शहीद चंदन राय के परिजनों के लिए नहीं बल्कि पूरे जनपद के लिए गर्व की बात है।

आपको बता दें कि सकलडीहा इलाके का सेना का जवान चंदन राय शहीद हो गया था। तब से इलाके के लोगों की मांग थी कि उसके नाम पर जिले में कई बड़ा काम किया जाय। सरकार ने वाराणसी चंदौली को जोड़ने वाले गंगा पर बने पक्के पुल का नामकरण शहीद चंदन राय के नाम से किया है।