​​​​​​​देव दीपावली पर पश्चिम वाहिनीं तट पर आयेंगे ऋतुरेश्वर जी महाराज, प्रबचन के साथ नशा मुक्ति का चलायेंगे अभियान
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चंदौली जिले में देव दीपावली को लेकर बलुआ स्थित पश्चिम वाहिनीं मां गंगा के तट पर तैयारियां जोरों पर चल रही है । एक तरफ राम मंदिर की तर्ज पर मंच मनाया जा रहा है तो दूसरी तरफ केदार नाथ धाम मन्दिर की तर्ज पर गेट का निर्माण हो रहा है । 

 

पश्चिम वाहिनीं तट पर आयेंगे ऋतुरेश्वर जी महाराज

चलायेंगे नशा मुक्ति का अभियान

चंदौली जिले में देव दीपावली को लेकर बलुआ स्थित पश्चिम वाहिनीं मां गंगा के तट पर तैयारियां जोरों पर चल रही है । एक तरफ राम मंदिर की तर्ज पर मंच मनाया जा रहा है तो दूसरी तरफ केदार नाथ धाम मन्दिर की तर्ज पर गेट का निर्माण हो रहा है । 


गंगा महोत्सव में एक तरफ केंद्रीय मंत्री डॉ0 महेंद्र नाथ पाण्डेय के आगमन तो दूसरी तरफ परमपूज्य सदगुरु सन्त ऋतेश्वर जी महाराज पीठाधीश्वर श्री आनंदम धाम पीठ बृंदाबन का आगमन बलुआ स्थित पश्चिम वाहिनीं गंगा तट पर हो रहा है । 

गंगा सेवा समिति के अध्यक्ष दीपक जायसवाल ने बताया कि सदगुरु सन्त ऋतुरेश्वर जी महाराज द्वारा लाडली निकुंजवन आनंदम धाम की स्थापना की गई है ।  जो मुख्यतः धाम वृंदावन से संचालित संस्थान है। एक और जहां आज पूरा वृंदावन दिल्ली मुंबई बनने की ओर अग्रसित है।

 वहीं लाडली निकुंज वन में आप श्री कृष्ण का ब्रज का दर्शन कर पाने में आज भी सक्षम है । इनके यहां 5000 वर्ष पुराने वृंदावन की झलक मिलेगी। यहां प्रतिदिवस 2100 दीपकों की माला से ठाकुर श्री गोधूली बिहारी जी की नित्य भव्य आरती पूजन होती है। सदगुरु श्री द्वारा श्री लाडली प्रसादम की स्थापना भी की गई है, जहां नित्य निरंतर साधुओं का भंडारा होते रहता है। 

परमपूज्य सदगुरु श्री अपने प्रवचनों तथा ध्यान साधना के माध्यम से न जाने कितने मनुष्यों के जीवन को विषाद रहित कर आनंद पथ की ओर अग्रसित किए हैं। सदगुरु स्ट्रेस फ्री लाइफ तथा ब्लिसफुल लाइफ मैनेजमेंट लोगों के जीवन में उतारकर बड़े ही सरल और सहज माध्यम से सनातन धर्म के गुह्य रहस्यों को हृदय में स्थापित करते हैं। 

हम सभी इस बात से भलीभांति परिचित हैं कि छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश में सदगुरु श्री की कर्मभूमि रही है। सदगुरु श्री ने यहां न जाने कितने गावों में कृष्ण भक्ति के सत्संग से लोगो के हाथ से शराब के प्याले छुड़ा कर हाथों में कृष्ण नाम के माले पकड़ा दिए हैं । यहां पीठाधीश्वर का आगमन अपने आप मे बड़ी बात है । गंगा महोत्सव में गंगा अविरलता की गोष्ठी के पूर्व प्रबचन करेंगे ।