जब हमारी मांगें पूरी होगी  तभी ऑनलाइन हाजिरी देंगे सभी शिक्षक, अनुदेशक व शिक्षामित्र

 धरने में उपस्थित शिक्षकों ने अपने अपने विचार रखे, जिसमें सभी शिक्षकों, शिक्षामित्रों व अनुदेशकों की पूर्व में मांगी गई सभी मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा। तब तक हम लोग बायोमेट्रिक हाजिरी का विरोध करेंगे।
 

ऑनलाइन हाजिरी के विरोध में धरना

पूर्व माध्यमिक शिक्षक के साथ संयुक्त शिक्षक मोर्चा ने दिया धरना

खंड शिक्षा अधिकारी को  सौंपा अपना ज्ञापन

चंदौली जिले की चहनिया ब्लॉक संसाधन केन्द्र पर शुक्रवार को प्रदेश नेतृत्व पूर्व माध्यमिक शिक्षक के आह्वान पर सभी शिक्षक संघ, शिक्षामित्र संघ व अनुदेशक संघ ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर 4 बजे बैठक अयोजित कर एक दिवसीय धरना दिया गया। उसके उपरांत माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के नाम से खंड शिक्षा अधकारी चहनियाँ को विभिन्न मांगों से सम्बंधित ज्ञापन दिया गया।

 धरने में उपस्थित शिक्षकों ने अपने अपने विचार रखे, जिसमें सभी शिक्षकों, शिक्षामित्रों व अनुदेशकों की पूर्व में मांगी गई सभी मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा। तब तक हम लोग बायोमेट्रिक हाजिरी का विरोध करेंगे।
                
इस बैठक में सभी शिक्षक संघ, शिक्षामित्र संघ व अनुदेशक संघ के सभी वरिष्ठ पदाधिकारियों ने जोर देकर कहा कि प्रेरणा पोर्टल पर उपस्थित में महिला शिक्षकों की सुरक्षा और सम्मान के प्रति कोई विश्वसनीय सुरक्षा का ध्यान नहीं रखा गया है। इसके दुरुपयोग की संभावना प्रबल है। ऑनलाइन हाजिरी परिषदीय विद्यालयों ग्रामीण व पार्वती दुर्गम सुदूर क्षेत्रों में अवस्थित है, जहां विपरीत मौसम में आवागमन मार्ग अवरुद्ध हो जाते हैं और साथ ही नेटवर्क की भी समस्या बाधित रहती है। ऐसी स्थिति में शिक्षक अपने कार्य क्षेत्र में उपस्थित होते हुए तकनीकी खामियों के कारण अनुपस्थित माना जाएगा।

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 राज्य कर्मियों की भांति शिक्षकों को भी ग्रीष्मावकाश की जगह 31 अर्जित अवकाश प्रदान किए जाएं ताकि आवश्यकता पड़ने पर कर्मी उपभोग कर सकें।  पुरानी पेंशन कों बहाल किया जाय। शिक्षामित्र अनुदेशक जो इतने वर्षों से कार्य कर रहे हैं उन पर भी सरकार शून्य है। उनकी समस्याओं का भी निदान किया जाए। संकुल स्तर पर शिक्षक आवास बनाए जाएं या शिक्षकों की नियुक्ति कार्य क्षेत्र 20 से 25 किलोमीटर व शिक्षिकाओं का 10 से 15 किलोमीटर के परिधि के भीतर पदस्थापन किया जाये। पांच साल से प्रमोशन नहीं किया गया है, उनका तत्काल प्रमोशन किया जाय। 17140-18150 की वेतन विसंगति कों दूर किया जाय। बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम का शत प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित कराया जाए। गैर शैक्षणिक कार्यों से शिक्षकों को मुक्त रखा जाए ।
सरकार को हम लोगों के द्वारा पूर्व में जो मांगपत्र सौंपा गया है। उस विभिन्न मांग पत्र को लागू करे। उसके बाद ही शिक्षक बायोमेट्रिक हाजिरी देंगे। विभिन्न वक्ताओं ने कहा कि हम लोग बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों को धरातलीय पृष्ठभूमि पर लागू करने का कार्य किया है और बेसिक शिक्षा विभाग का खोया हुआ सम्मान वापस दिलाया है। जिसके लिए हम लोग तन, मन व धन से सरकार के साथ खड़े रहते हैं, लेकिन हम लोगों की कई समस्याएं हैं, जिसे दूर करना भी सरकार का कर्तव्य बनता है।
           
 इस अवसर पर अजय कुमार सिंह, बीरेंद्र सिंह यादव , फैयाज़ अहमद, प्रेमशंकर मिश्रा, अखिलेश श्रीवास्तव, फकरुद्दीन अली अहमद, राकेश गुप्ता, मनोज गुप्ता, मिलन जायसवाल,अवधेश मौर्या, साकिब, लक्ष्मी त्रिपाठी, आनंद, भागवती मिश्रा, प्रदीप सिंह, अखिलेश त्रिपाठी, राजीव यादव,पंकज सिंह, बृजेश मिश्रा, सुरेश मिश्रा, सुरेंद्र यादव, बृजेश मिश्रा,आनंद प्रकाश,पंकज उपाध्याय, कुसुम सोनकर, प्रमिला मौर्य, उषा यादव, रेखा यादव,नेहा श्रीवास्तव, संजय सिंह, रमेश चौरसिया, प्रदीप कुमार सिंह, अमरनाथ दूबे,अनिल पांडेय सैकड़ों शिक्षक उपस्थित रहे। अध्यक्षता सुरेंद्र त्रिपाठी व संचालन आत्मप्रकाश पाण्डेय ने किया।