दसवें विश्व योग दिवस पर आयोजन,  छात्रों संग शिक्षकों ने किया योगाभ्यास

योग मन की शांति है, तनाव से मुक्ति है, थकान से मुक्ति का नाम योग है रोग से मुक्ति का नाम योग है, योग आध्यात्मिक शारीरिक और मानसिक प्रथाओं का एक समूह है।
 

सकलडीहा पीजी कॉलेज में योग शिविर

चिरयौवन रहने का मार्ग है योग

डॉ संत कुमार त्रिपाठी ने बताया योग का महत्व

चंदौली जिले में आज दिनांक 21 जून 2024 को सकलडीहा पीजी कॉलेज सकलडीहा चंदौली में दसवें विश्व योग दिवस के उपलक्ष पर योगाभ्यास का कार्यक्रम संपन्न हुआ।  कार्यक्रम के प्रथम सत्र में संयोजक डॉ श्याम लाल सिंह यादव असिस्टेंट प्रोफेसर शारीरिक शिक्षा विभाग में द्वारा योग शिविर में अतिथियों सहित प्राध्यापक कर्मचारी एवं छात्र को बड़े ही कौशल पूर्ण ढंग से विविध आसनों का योगाभ्यास कराया गया ।

तत्पश्चात कार्यक्रम की द्वितीय सत्र में मुख्य अतिथि-डा संत कुमार त्रिपाठी ने विश्व योग दिवस के मौके पर कहा कि- योग एक अनिवार्य रूप से अत्यंत सूक्ष्म विज्ञान पर आधारित आध्यात्मिक अनुशासन है, जो मन और शरीर के बीच सामंजस्य स्थापित करता है। स्वस्थ जीवन जीने की एक कला है, योग शब्द संस्कृत के मूल 'युज'से लिया गया है जिसका अर्थ है जुड़ना या जोड़ना या एक जुट होना। योग मन की शांति है, तनाव से मुक्ति है, थकान से मुक्ति का नाम योग है रोग से मुक्ति का नाम योग है, योग आध्यात्मिक शारीरिक और मानसिक प्रथाओं का एक समूह है।

वही उपस्थित छात्र-छात्राओं से विशेष आह्वान करते हुए कहा कि  योग हमें चिरयौवन बनता है अतः हम सभी इसे अपने जीवन का हिस्सा बना लें। महाविद्यालय के यशस्वी प्राचार्य  प्रोफेसर प्रदीप कुमार पांडेय ने अपने अध्यक्षीय  उद्बोधन में कहा कि आचार, विचार, विहार ,व्यवहार, आहार , के बदलते परिप्रेक्ष्य में हम सभी योग को आत्मसात कर बदलते वातावरण में अपने को तनाव से मुक्त और निरोगी जीवन व्यतीत कर सकते हैं।

इस दौरान धन्यवाद ज्ञापन उपप्राचार्य प्रोफेसर पीके सिंह ने किया। इस मौके पर सकलडीहा व्यापार मंडल अध्यक्ष दिलीप कुमार गुप्ता प्रोफेसर दयानिधि सिंह यादव ,प्रोफेसर उदय शंकर झा प्रोफेसर इंद्रदेव सिंह प्रोफेसर विजेंदर सिंह डॉ महेंद्र प्रताप सिंह डॉ संदीप सिंह डॉ यज्ञनाथ पांडे, डॉ अजय कुमार यादव, डॉक्टर जितेंद्र यादव, अजय कुमार यादव डॉ अभय कुमार वर्मा, एवं कर्मचारीगणआदि सहित राष्ट्रीय सेवा योजना एवं भारत स्काउट गाइड की स्वयंसेवक छात्रा अधिकांश संख्या में उपस्थित रहे।