कृषि विभाग ने दी है काम की जानकारी, किसानों के लिए खास हैं ये 3 टिप्स

ग्रीष्मकालीन कीट रोग खरपतवार प्रबंधन के लिए मई व जून महीना काफी अच्छा होता है। किसान भाई मेड़ों की साफ सफाई करके गर्मी में खेतों की गहरी जुताई जरूर करें।
 

किसानों के काम की खबर

मई और जून महीने का उठाएं लाभ

अच्छी पैदावार के लिए कर लें खरपतवार और कीट प्रबंधन

चंदौली जनपद में कीट, खरपतवार तथा रोग प्रबंधन के लिए कृषि विभाग ने काम की जानकारी साझा की है। जानकारी देते हुए किसानों को बताया है कि मई और जून का महीना इन सब के लिए सबसे बेहतरीन होता है। अगर किसान भाई कुछ बातों का ध्यान रखकर अपने खेतों की साफ-सफाई कर लें, तो बहुत बेहतर पैदावार पा सकते हैं। इसके लिए कृषि विभाग ने अपनी ओर से तीन प्रमुख टिप्स साझा किए हैं।

जानकारी में कहा गया है कि ग्रीष्मकालीन कीट रोग खरपतवार प्रबंधन के लिए मई व जून महीना काफी अच्छा होता है। किसान भाई मेड़ों की साफ सफाई करके गर्मी में खेतों की गहरी जुताई जरूर करें। अच्छी फसल लेने के लिए भूमि शोधन व बीज शोधन बहुत जरूरी है। यही समय मिट्टी की सेहत सुधारने का अच्छा समय होता है।


यह काम ऐसे हो सकता है-
1. मेढ़ों के खरपतवारों की सफाई
 मेड़ पर उगने वाले खरपतवारों की सफाई से खेतों के किनारे की जो फसलें कीट व रोगों से की चपेट में आती हैं वह नहीं आएंगी। फसलों में खाद भी आसानी से पहुंचेगी। मेड़ प्रबंधन व खरपतवारों को नष्ट करने से फसल में फैलने वाले कीट व रोगों को रोका जा सकता है।  यदि मेड़ पर उगे खरपतवार नष्ट हो जाते हैं तो फसल में इनका द्वारा फैलने वाले कीट और रोगों का प्रकोप भी कम होता है।


2. गर्मी की गहरी जुताई
ग्रीष्मकालीन गहरी जुताई करने से मिट्टी की संरचना में सुधार होता है और मिट्टी में जल धारण की क्षमता बढ़ती है। इसके अलावा मिट्टी के अंदर छिपे हुए हानिकारक कीट नष्ट हो जाते हैं।
3. भूमि शोधन
भूमि शोधन के लिए जैविक फफूंद नाशक ट्राइकोडर्मा 2.50 किलोग्राम को 65 से 75 किलोग्राम गोबर की खाद में मिलाकर हल्के पानी का छीट देकर 8-10 दिन तक छाया में रखें। इसके बाद इसको मिट्टी में मिला दें। इससे भूमि में छिपे फफूँद नष्ट हो जाते हैं।
किसान भाई इनको अपनाकर कम लागत में अधिक अपनी मिट्टी की सेहत को बेहतर बनाकर अधिक उत्पादन ले सकते हैं।