36 हजार से अधिक बच्चों को ड्रेस की नहीं मिली धनराशि, 36,111 बच्चे बिना ड्रेस के जा रहे स्कूल
 

चंदौली जिले में स्कूल खुलने के पांच माह बीतने के बाद भी परिषदीय विद्यालयों के सभी बच्चों को जूता, ड्रेस और बैग के लिए धनराशि नहीं मिली है।
 

आधा सेशन खत्म होने के बाद शायद मिले ड्रेस का पैसा

36,111 बच्चे बिना ड्रेस के स्कूल जाने को मजबूर

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रकाश सिंह का दावा जल्द मिलेगा बच्चों को पैसा

चंदौली जिले में स्कूल खुलने के पांच माह बीतने के बाद भी परिषदीय विद्यालयों के सभी बच्चों को जूता, ड्रेस और बैग के लिए धनराशि नहीं मिली है। अभी भी जिले के 36,111 बच्चे बिना ड्रेस के स्कूल जा रहे हैं। पैसा न मिलने के पीछे विभागीय अधिकारीयों द्वारा आधार कार्ड में त्रुटि बताई जा रही है।

आपको बता दें कि प्रदेश सरकार ने सरकारी स्कूलों में कॉन्वेंट स्कूलों की तरह बनाने की कवायद की है। सभी बच्चे ड्रेस में आएं इसके लिए बच्चों के अभिभावकों के खाते में ड्रेस, जूता मोजा और बैग के लिए पैसा भेजा जा रहा है। जिले में कुल 1185 परिषदीय विद्यालय है। इसमें 775 प्राथमिक, 203 उच्च प्राथमिक और 267 परिषदीय विद्यालय कंपोजिट है। इन विद्यालय में कुल 1.84 लाख 679 बच्चे पंजीकृत हैं। इसमें से 1,48,568 बच्चों के अभिभावकों के खाते में शासन की और से 1200 रुपए भेजे गए। अभी तक 36,111 बच्चों के अभिभावकों के खातों में धनराशि नहीं पहुंच पाई है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि इनमें से 14 हजार से अधिक बच्चों के अभिभावकों के खाते में धन भेजने की तैयारी की जा रही है।

वहीं 20,111 अभिभावकों को ड्रेस, जूता, मोजा और बेग की राशि के लिए इंतजार करना पड़ेगा। इसमे कई के आधार की त्रुटियां और आधार कार्ड न होने के कारण परेशानी आ रही है, जिसका समाधान विभाग के शिक्षकों को तत्काल दूर करने का निर्देश जारी किया गया है। अभिभावकों के खाते में धनराशि भेजी जाती है। धनराशि को वह अपने खर्चे के रूप में उपयोग कर रहे हैं, जिसके चलते जूता मौजा नहीं खरीद पाते हैं। 

इस संबंध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रकाश सिंह का कहना है कि जनपद के लगभग 36,111 बच्चों के अभिभावकों के खाते में जूता मोजा व ड्रेस की धनराशि भेजी जानी है। लगभग 14,000 बच्चों के अभिभावकों की सूची लखनऊ भेजी गई है। उम्मीद है कि जल्दी उनके खातों में धनराशि भेज दी जाएगी और शेष बच्चों के खाते में धन भेजने की प्रक्रिया जल्द ही शुरू करवी दी जाएगी।