बेड पर कुत्ता मामले में 5 लोगों पर गिरी गाज, जानिए कौन कौन हटाये गए और कौन हुए सस्पेंड
 

मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. वाई के राय ने कहा कि सभी के खिलाफ कार्य में लापरवाही बरतने पर कार्रवाई की गयी है। काम करने वाले स्वास्थ्यकर्मी भी इसके लपेटे में आ गए हैं।
 

शहाबगंज पीएचसी पर गिरी गाज

कई लोगों पर हो गयी कार्रवाई

दो लोग हुए सस्पेंड   

चंदौली जिले के शहाबगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के वार्ड लगे बेड पर कुत्ता बैठे जाने के वीडियो के सोशल में वायरल होने पर आखिर कार छठवें दिन अपर निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य वाराणसी मण्डल के निर्देश पर सीएमओ ने प्रभारी चिकित्साधिकारी सहित 5 स्वास्थ्य कर्मियों को स्थानांतरण  व निलम्बित करने की कार्यवाही की गयी। वही बड़े पैमाने पर हुए कार्यवाही से स्वास्थ्य कर्मियों में हड़कम मच गया।

प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के  गैलरी में एक कुत्ता बेड पर जाकर बैठ गया था, जिसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में 18 नवम्बर को वायरल कर दिया गया था। वायरल वीडियो के आधार पर प्रदेश की विपक्षी पार्टियां हमलावर हो गयीं थीं। मामले की गंभीरता को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक ने ट्वीट कर सीएमओ को जांचकर कार्यवाही करने का निर्देश दिया था, जिसकी जांच सीएमओ डॉक्टर वाईके राय व अपर निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अंशु सिंह ने अलग-अलग अस्पताल पर जाकर स्वास्थ्य कर्मियों से पूछताछ किया।

इसके बाद अपर निदेशक के निर्देश पर मुख्य चिकित्साधिकारी अधिकारी ने मंगलवार की देर शाम को प्रभारी चिकित्साधिकारी अधिकारी डॉक्टर हीरालाल सिंह को कार्य में लापरवाही पाते हुए जिला अस्पताल में स्थानांतरण कर दिया। वहीं डॉक्टर नीलेश कुमार मालवीय को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कटवामाफी से  इलिया भेज दिया गया। जबकि फर्मासिस्ट सरवन को पीएचसी शहाबगंज से इलिया भेजा गया है। वहीं वहां तैनात वार्ड ब्वॉय हरिद्वार व स्वीपर कम चौकीदार साजन को निलम्बित करते हुए मैढ़ी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर अटैच कर दिया है।

इसके साथ ही चिकित्सालय का कार्य सुचारू रुप से चलाने के लिए पीएचसी शहाबगंज का चार्ज जिला चिकित्सालय के डॉक्टर अमित कुमार दूबे को दिया गया है। इलिया के फर्मासिस्ट रावेन्द्र सिंह को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र शहाबगंज पर भेजा गया है। एक मामले में इतने बड़ी कार्रवाई से स्वास्थ्य विभाग में हड़कम्प मचा हुआ है।

मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. वाई के राय ने कहा कि सभी के खिलाफ कार्य में लापरवाही बरतने पर कार्रवाई की गयी है। काम करने वाले स्वास्थ्यकर्मी भी इसके लपेटे में आ गए हैं।