किसानों का धान पूरी पारदर्शिता के साथ खरीदने का प्लान, क्रय केन्द्रों पर होंगी अपडेट व्यवस्थाएं
 

जिलाधिकारी द्वारा उपस्थित किसानों को डी-कम्पोजर दवाओं का वितरण किया। साथ ही किसानों से अपील किया कि धान के अवशेष फसलों (पराली) को जलाएं नहीं, बल्कि उसे डी-कम्पोजर के माध्यम से खाद तैयार किया जाय।
 

जिलाधिकारी ने देखा हर एक काम

कांटों की संख्या बढ़ाने का आदेश

धान के भंडारण पर दिया जाएगा जोर

चंदौली जिले की जिलाधिकारी ईशा दुहन द्वारा नवीन मंडी में स्थापित धान खरीद केंद्र का निरीक्षण किया गया और वहां के स्थापित क्रय केंद्रों की तैयारियों व व्यवस्थाओं की बारीकी से जांच की। जिलाधिकारी ने मौके पर मौजूद रजिस्टर का अवलोकन किया साथ ही इलेक्ट्रिक कांटा व नमी मापक यंत्र को परखी। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि धान क्रय केंद्रों पर किसानों को किसी प्रकार की समस्या नहीं होनी चाहिए। इसके लिए समस्त व्यवस्थाएं शासन की मंशानुसार दुरुस्त रखा जाए। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

जिलाधिकारी ने जिला खाद्य विपणन अधिकारी को निर्देशित किया कि जनपद में धान क्रय केंद्रों हेतु पूर्व में 300 तौल कांटे आवंटित थे, जिसे बढ़ाकर 600 तौल कांटे किया जाना चाहिए। उन्होंने मौके पर किसानों को बैठने, पानी सहित अन्य सुविधाओं व धान खरीद के बारे में जानकारी ली।

केंद्र सचिव से टोकन सीरियल नंबर से धान खरीद करने के निर्देश दिए। इलेक्ट्रॉनिक काँटा, नमी मापक यंत्र, पर्याप्त बोरे की उपलब्धता, धान ढकने हेतु तिरपाल सहित अन्य व्यवस्थाओं को सुनिश्चित किये जाने के बारे में पूछा।

 जिलाधिकारी ने क्रय केंद्र प्रभारी को निर्देशित करते हुए कहा कि खरीद हुए धान की भंडारण हेतु समुचित व्यवस्था समय से सुनिश्चित कर लिया जाय।

जिलाधिकारी द्वारा उपस्थित किसानों को डी-कम्पोजर दवाओं का वितरण किया। साथ ही किसानों से अपील किया कि धान के अवशेष फसलों (पराली) को जलाएं नहीं, बल्कि उसे डी-कम्पोजर के माध्यम से खाद तैयार किया जाय।
         
निरीक्षण के दौरान उप जिलाधिकारी सदर, जिला खाद्य विपणन अधिकारी, मंडी सचिव सहित अन्य संबंधित अधिकारी गण उपस्थित थे।