तालाब पर बने डेढ़ दर्जन मकानों को तहसील प्रशासन ने ढहाया, आशियाना उजड़ता देख 2 महिलाएं हो गयीं बेहोश
 

 मकान गिरता देख पिंकी पुत्री हरबंश गोंड (20 वर्ष), गीता देवी पत्नी अशोक खरवार (62 वर्ष) बेहोश हो कर गिर गयीं। इनको पहले से मौजूद एम्बुलेंस द्वारा ज़िला अस्पताल इलाज़ के लिए ले जाया गया।
 

हाईकोर्ट के आदेश पर चला बुलडोजर

गिराए गए तालाब पर बने कई मकान

कई थानों की फोर्स के साथ मौजूद रहे एडीएम व सीओ

चंदौली जिले के धीना थाना क्षेत्र के पसाई गांव में उच्च न्यायालय के आदेश पर सरकारी तालाब पर बने डेढ़ दर्जन से अधिक मकानों को तहसील सकलडीहा प्रशासन ने जमींदोज करवाया है। गांव निवासी हरबंश सिंह द्वारा उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर गांव के सरकारी तालाब पर बने अवैध कब्जे से मुक्त कराने की गुहार लगाई गई थी, जिसे माननीय न्यायालय ने संज्ञान में लेकर जिला प्रशासन से तालाब पर बने अवैध मकानों को गिरा कर कब्ज़ा हटाने का निर्देश दिया था।

इसीलिए बुधवार को सुबह 10 बजे उप जिलाधिकारी सकलडीहा, क्षेत्राधिकारी राजेश कुमार राय, तहसीलदार भारी पुलिस बल के साथ तीन जेसीबी मशीनों के ज़रिए कब्ज़ा हटाने लगे।

बताया जा रहा है कि राजनाथ राजभर, नरेन्द्र राजभर, अशोक खरवार, सारंगधर दुबे, रमेश खरवार, हरवंश गोंड, मिठाई खरवार, लालता राजभर, रामजन्म राजभर, कमला देवी, संतू राजभर, अच्छेलाल खरवार, लहरी खरवार, केदार सिंह, दिनेश सिंह, इब्राहिम, सदन यादव, अजित सिंह, गामा यादव का मकान तालाब पर बना था, जिसे प्रशासन द्वारा ध्वस्त कर दिया गया।

 मकान गिरता देख पिंकी पुत्री हरबंश गोंड (20 वर्ष), गीता देवी पत्नी अशोक खरवार (62 वर्ष) बेहोश हो कर गिर गयीं। इनको पहले से मौजूद एम्बुलेंस द्वारा ज़िला अस्पताल इलाज़ के लिए ले जाया गया। इसके पूर्व भी दो बार अवैध कब्ज़ा हटाया गया था पर पूरी तरह से कब्जा मुक्त नहीं हो पाया था।

इस दौरान मौके पर धीना, कंदवा, धानापुर व सकलडीहा थाने की फोर्स सहित दो प्लाटून पीएसी लगायी गयी थी, ताकि किसी तरह का अवरोध न उत्पन्न हो।