भाजपा की सरकार और जिला प्रशासन पूरी तरह से संवेदनहीन:  रामकिशुन यादव
 

भारतीय जनता पार्टी के राजनेता बिना सोचे समझे कुछ भी बोल दे रहे हैं और जिला प्रशासन उनकी बातों को गंभीरता से नहीं सुन रहा है।
 

सांसद और कैबिनेट मंत्री का कोरा आश्वासन

अभी तक नहीं की गई पीड़ित परिवार की मदद

उपेक्षा से नाराज हैं पीड़ित परिवार

 
चंदौली जिले में समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद रामकिशुन यादव ने भारतीय जनता पार्टी की सरकार को घटना और दुर्घटना के बाद पीड़ित परिवारों की मदद ना करने के लिए घेरा है। पूर्व सांसद ने समाजवादी पार्टी के द्वारा पीड़ितों की की जा रही मदद के लिए सराहना की। वहीं भारतीय जनता पार्टी के सांसद और मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री डॉ महेंद्र नाथ पांडेय के द्वारा दिशा निर्देश के बाद भी जिला प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल उठाया है।

 समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद रामकिशुन यादव ने कहा कि एक तो चंदौली के सांसद और कैबिनेट मंत्री डॉ महेंद्र नाथ पांडेय पीड़ित परिवार के घर मिलने के लिए रात को 10 बजे के बाद पहुंचे, जबकि उनका प्रोटोकॉल सायंकाल का था। उसके बाद भी वहां उनके द्वारा दिए गए आश्वासन के बाद भी जिला और तहसील प्रशासन ने अब तक पीड़ित परिवार की कोई मदद नहीं की। अगर जिला प्रशासन केंद्र सरकार के कैबिनेट मंत्री की बात को हल्के में लेता है और उस पर कोई ध्यान नहीं देता तो यह भारतीय जनता पार्टी की सरकार और उसकी नीतियों का दुर्भाग्य है।

 डॉ महेंद्र नाथ पांडेय चंदौली जिले के सांसद होने के साथ-साथ केंद्र सरकार की कैबिनेट में कैबिनेट मंत्री हैं। एक कैबिनेट मंत्री की बात को जिला प्रशासन पूरा करने की स्थिति में नहीं दिखाई दे रहा है। इससे भारतीय जनता पार्टी की कोरी घोषणाओं की पुष्टि होती है। भारतीय जनता पार्टी के राजनेता बिना सोचे समझे कुछ भी बोल दे रहे हैं और जिला प्रशासन उनकी बातों को गंभीरता से नहीं सुन रहा है। ऐसे में सांसद महोदय को भी सोचना चाहिए कि पीड़ित परिवार की क्या और कैसे मदद करनी है। अगर वह जिला प्रशासन के भरोसे रहेंगे तो ऐसे ही उनके पद और कद की बदनामी होती रहेगी।


आपको बता दें कि समाजवादी पार्टी ने 15 जनवरी को पीड़ित परिवार के लोगों से मुलाकात करके मृतकों की पत्नी को एक-एक लाख रुपये का चेक सौंपा, जो पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव की ओर से भेजा गया था। इसके अलावा समाजवादी पार्टी की जिला इकाई ने पीड़ित परिवारों को अपनी ओर से पच्चीस-पच्चीस हजार की सहायता राशि दी।